Israel-palestine war update:- फिलिस्तीनी पत्रकार ने युद्ध मे खोया परिवार, हालत देख भावुक हुये लोग।

By UltaChashmaUC | October 26, 2023

 

कुछ पत्रकार इस वक़्त अपने मालिकों के पैसों पर इसराइल ट्रिप हैं, होटलों के कमरों से जंग दिखा रहे हैं, सड़कों पे घूम घूम कर रील्स बना रहे हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो खाली सड़क पर लोट लोट कर रिपोर्टिंग करने की नौटंकी तक कर रहे हैं।  पूरी जान लगा रहे हैं अपने आप को इंटरनेशनल पत्रकार साबित करने की।

फिलिस्तीनी पत्रकार ने युद्ध मे परिवार खोया

जब फिलिस्तीन के पत्रकार मोहम्मद फर्रा को ये खबर मिली कि उनकी पत्नी और बच्चे दक्षिण गाजा के खान यूनुस में इजरायली हवाई हमले में मारे गए, ये खबर मिलते ही फर्रा फूट फूट कर रोने लगे ! दरअसल फिलिस्तीनी पत्रकार "मोहम्मद फर्रा" इजरायल द्वारा की जा रही बमबारी की रिपोर्टिंग कर रहे थे! तभी उनको ये खबर मिली कि Khan Younis में इजरायल ने जो बमबारी की है, उसमे उनकी पत्नी और बच्चे की Death हो गई है! फराह के लिए खुद को संभाल पाना मुश्किल हो गया,  उनके टीम के कुछ लोग उन्हें एक कार में लेकर गए जहाँ फर्रह बुरी तरह रोने लगे, इजरायली हमले मे पत्रकार का पूरा परिवार खत्म हो गया। सोचिए ये कैसी स्थिति होगी, कितना दर्दनाक होगा एक पत्रकार के लिए जो युद्ध के मैदान में खड़े होकर दुनिया को युद्ध के असली हालात दिखा रहा है। ये दिखाने की कोशिश कर रहा है कि हालात सच में नाज़ुक है! वो इज़राइल के होटल में बैठ कर twitter और इन्स्टा पर रीले और फोटो पोस्ट कर के खुद का प्रमोशन नहीं कर रहा है।

फिलिस्तीन मे हालात बद से बदतर

पूरे गाजा में पिछले 19 दिनो से लगातार इजराइल बमबारी कर रहा है और हर रोज़ सैंकड़ों लोगों की हत्या कर रहा है! इजरायली सेना के बढ़ते हवाई हमलों के कारण मौत और विनाश की भयावह तस्वीर बार बार सामने आ रही है, लगातार हमले की वजह से इमारतें ढह रही हैं, परिवार मलबे में दब रहे हैं, अस्पताल खचाखच भरे हुए हैं और घायलों की लगातार बढ़ती संख्या से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दुःख की बात यह है कि रात भर में दर्जनों लोगों के मारे जाने की खबर आई है, जबकि मेडिकल सुविधाएं बम क्षति और बिजली की कमी वजह से मिलना मुश्किल हो गई हैं, जिसके वजह से हालात बद से बत्तर होते जा रहे हैं। जिस वक़्त गज़ा में मासूमों की भयानक तस्वीरे आ रही है उस वक़्त इजरायली Tiktoker Tik Tok पर फिलिस्तीन का मज़ाक बनाने की कुछ वीडियोस भी सामने आई। मासूमों की लाशों पर जश्न मनाया जा रहा है,और खुद को इटंरनेशनल  रिपोर्टर समझने वाले जिन पत्रकारों को असल हालात दिखने चाहिए, वो खुद के प्रमोशन में व्यस्त है। टीवी पत्रकारों के लिए यह बस एक मौका है इजराइल घूमने और मालिकों के एजेंडे के लिए फर्जी नैरेटिव बनाने का।

क्या है असल पत्रकारिता, फिलिस्तीन मे जाकर दिखाया

लेकिन  रिल्स और रिएलिटी में बहुत अंतर है।  जो रिल्स या होटल के कमरों से टीआरपी लेने के लिए गए थे वो अलग है, और जो जंग के हालात दिखा रहे थे और सही मायने में पत्रकारिता कर रहे थे वो अलग है।
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (Committee to Protect Journalist) सीपीजे ने बताया कि 22 अक्टूबर तक 23 पत्रकार मारे गए हैं जिनमें 19 फिलिस्तीनी, तीन इजरायली और एक लेबनानी शामिल हैं। लगभग आठ घायल हो गए हैं और तीन के लापता होने या हिरासत में लिए जाने की सूचना है।  सीपीजे ने ये भी कहा कि पत्रकार संकट के समय बहुत ज़रूरी काम करने वाले नागरिक हैं और उन्हें निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए , सोचिए जो पत्रकार असली रिपोर्टिंग कर रहे थे उनका ये हाल हुआ है तो आम पब्लिक का क्या हाल हुआ होगा जिनके पास कोई ढंग की मदद नहीं कोई सिस्टम नहीं है ! इस ज़ुल्म में पत्रकारों ने अपना बहुत कुछ गंवाया है,ये बस वही जानते है कोई tiktoker या रिल्स वाले पत्रकार या टीवी पर एक राज्य स्तरीय पार्टी के विधायक से चिल्ला चिल्ला के हमास को लेकर सवाल पूछने वाले पतरकार बिलकुल नहीं समझ सकते हैं।


Published by :- Shikha Pandey

फिलिस्तीन पत्रकार ने युद्ध मे खोया पूरा परिवार, बिलख बिलख के रोया।

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