हजारों करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड देने वाली टॉप-10 कंपनियां, छापे के बाद फंडिंग!

By UltaChashmaUC | March 15, 2024

सुप्रीम कोर्ट के लगातार फटकार के बाद चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा अपनी वेबसाइट पर जारी किया। जिसके मुताबिक बीजेपी सबसे ज्यादा चंदा लेने वाली पार्टी है.. जिसमें 12 अप्रैल 2019 से लेकर 11 जनवरी 2024 तक बीजेपी पार्टी को सबसे ज्यादा 6060 करोड़ रुपए मिले हैं। वहीं, इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस है जिसे 1609 करोड़ और तीसरे पर कांग्रेस पार्टी है जिसे 1421 मिला है। हालांकि, अभी तक ये नहीं पता चल पाया है कि किस कंपनी ने किस पार्टी को कितना चंदा दिया है, जिसका जिक्र लिस्ट में बिल्कुल नहीं किया गया है।

वहीं चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर जो 763 पेजों की दो लिस्ट अपलोड की हैं, उनमें से एक लिस्ट में चंदा देने वाली कंपनियों के बारे में जानकारी दी गई है। तो आइए देखते हैं टॉप 10 कंपनियों के बारे में जिसने सबसे ज्यादा चंदा दिया है।

आप इस लिस्ट को देखिए..

कंपनी का नाम है- फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेस जिसने सबसे ज्यादा- 1,368 करोड़ रुपए चंदे में दिए हैं।
वहीं दूसरे नंबर पर मेघा इंजीनियरिंग 980 करोड़
क्विक सप्लाई चेन 410 करोड़
वेदांता लि 400करोड़
हल्दिया एनर्जी 377करोड़
भारती ग्रुप 247करोड़
एस्सेल माइनिंग 224करोड़
प. यूपी पावर कारपोरेशन 220करोड़
केवेनटर फूड पार्क 194करोड़
मदनलाल लि. 185 करोड़

1. इन लिस्टों में एक नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है वो है, फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेस की। वो इसलिए क्योंकि सबसे बड़ा चुनावी चंदा इसी कंपनी ने दिया है। आपको बता दें कि ये कंपनी सिक्किम, नगालैंड और पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में लॉटरी के टिकट बेचती है। इसे लॉटरी किंग मार्टिन सेंटियागो चलाते हैं। उन्होंने 1,368 करोड़ रुपए का चंदा 21 अक्टूबर 2020 से जनवरी 24 के बीच दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी, कि ये कंपनी 10 साल से ED और IT डिपार्टमेंट की रडार पर है। जिसको लेकर दिसंबर 2021 में ED ने कंपनी की 19.6 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की थी। और साल 2019 में IT ने मार्टिन के देशभर के 70 ठिकानों पर छापा भी मारा था। पर बाद में इसी कंपनी ने साल 2020 में 1368 करोड़ की फंडिंग किसी एक पार्टी को कर देती है। अब इस कंपनी ने किसी पार्टी को फंडिंग की है इसके बारे में तो जानकारी सामने नहीं आई है। पर सुप्रीम कोर्ट उसकी जानकारी भी चुनाव आयोग से सोमवार तक पेश करने को कही है।

2. वहीं दूसरे नंबर पर जो कंपनी है उसका नाम है मेघा इंजीनियरिंग, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। ये कंपनी डैम्स और पावर प्रोजेक्ट का काम करती है। इस कंपनी के मालिक पीवी कृष्णा रेड्डी और पीपी रेड्डी है और इसका हेड कार्टर हैदराबाद में है।

3. वहीं तीसरे नंबर पर जो कंपनी आती है वो है क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड, जिसने 410 करोड़ रुपये का चंदा दिया है,अगर इस कंपनी की बात करें तो ये एक लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 9 नवंबर साल 2000 को हुई और कंपनी का हेड क्वार्टर महाराष्ट्र के मुंबई में है।

4. चौथे नंबर है,, वेदांता लिमिटेड जिसने 400 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। वेदांता लिमिटेड की बात करें तो ये देश की सबसे बड़ी माइनिंग कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 25 जून साल 1965 को हुई और इसका हेड क्वार्टर महाराष्ट्र के मुंबई में है।

5. पांचवे नंबर पर हल्दिया एनर्जी लिमिटेड है जिसने, 377 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। इस कंपनी का थर्मल पावर प्लांट बंगाल के हल्दिया जिले में बना हुआ है। इस कंपनी की स्थापना 29 नवंबर 1994 को हुई और इसका हेड क्वार्टर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है।

6. छठे नंबर पर है, भारती ग्रुप या कहें एयरटेल जिसने 247 करोड़ रुपये का चंदा दिया और ये भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी में से एक है।. इस कंपनी की स्थापना साल 1995 में हुई। इस कंपनी का हेड क्वार्टर दिल्ली में है..

7. सातवें नंबर पर है एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड जिसने 224 करोड़ का चंदा दिया है। ये भी एक माइनिंग कंपनी है और इसकी स्थापना साल 1950 में हुई है। कंपनी का हेड क्वार्टर महाराष्ट्र के मुंबई में है।

8. आठवें नंबर पर है, वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी जिसने 220 करोड़ का चंदा दिया। इस कंपनी की स्थापना 11 सितंबर 2009 को हुई।. कंपनी का हेड क्वार्टर उत्तर प्रदेश के कानपुर में है,

9. नवें नंबर पर है,, केवेंटर फूड पार्क इंफ्रा लिमिटेड जिसने 194 करोड़ का चंदा दिया है। ये कंपनी डेयरी प्रोडक्ट्स का बिजनेस करती है। इस कंपनी की स्थापना 17 जून 2010 को हुई और इसका हेड क्वार्टर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है।

10. वहीं दसवें नंबर पर आता है.. मदनलाल लिमिटेड जिसने 185.5 करोड़ का चंदा दिया है।. ये एक स्टील मैन्यूफैक्चर कंपनी है। और इस कंपनी की स्थापना 22 नवंबर 1982 को हुई.. कंपनी का हेड क्वार्टर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है।

ये वो टॉप 10 कंपनियां हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा चंदा दिया है। पर अभी तक ये नहीं पता चल पाया है कि आखिर इन कंपनियों ने किसे कितना फंडिंग की।. हालांकि उसको लेकर भी सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई और चुनाव आय़ोग को सोमवार तक का समय दिया है। वैसे आपको क्या लगता है ये फंडिंग किसके झोली में गई होगी.. हमें अपना जवाब कमेंट बॉक्स में दिजीएगा।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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