दूसरे चरण के चुनाव में यूपी की इन 8 सीटों पर होने हैं चुनाव, समझें हर पार्टी का पूरा समीकरण….

By UltaChashmaUC | April 24, 2024

यूपी में पहले चरण का मतदान पूरा हो चुका है। अब बारी है दूसरे चरण के मतदान की। हर एक दल हर एक नेता यूपी की 80 सीटों को जीतने के लिए अपना पूरा जोर लगा रहें हैं। सभी दल लोकसभा चुनाव जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। दूसरे चरण का मतदान जिन 8 सीटों पर होना है। उन सीटों के नाम हैं, अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा। इन सभी 8 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा।

दूसरे चरण का चुनाव सभी के लिए अहम
यूपी की इन 8 सीटों में से 7 पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि अमरोहा सीट बसपा के कब्जे वाली सीट है। यूपी की इन सीटों में से कई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है जबकि किसी-किसी पर टक्कर सीधे-सीधे बीजेपी और सपा के बीच बताई जा रही है। बता दें, ये चरण बीजेपी के लिए जितना अहम है, उतना ही कांग्रेस के लिए भी है। वहीं, सपा भी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत कर अपना लोहा मनवाना चाह रही है। ऐसे में देखना है कि दूसरे चरण में किसका पलड़ा भारी रहता है। दूसरे चरण के मतदान में पश्चिमी यूपी की सीटें हैं। हालांकि, इस बार सियासी समीकरण बदल गए हैं। आरएलडी इस बार बीजेपी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी है तो कांग्रेस के साथ सपा मिलकर चुनाव लड़ रही और बसपा अकेले दम पर किस्मत आजमा रही है। दूसरे चरण में  इंडिया गठबंधन में चार सीटों पर सपा और चार सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस गाजियाबाद, मथुरा, बुलंदशहर, अमरोहा सीट पर चुनाव लड़ रही जबकि सपा ने नोएडा, अलीगढ़, बागपत और मेरठ सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। इस तरह इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस की बराबर की साख दांव पर दूसरे चरण में लगी हुई है। अब हर एक सीट के समीकरण को समझिए।

8 सीटों का समीकरण

1. मथुरा लोकसभा सीट से उम्मीदवार
बसपा- सुरेश सिंह
कांग्रेस- मुकेश धनगर
भाजपा- हेमा मालिनी
मथुरा लोकसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है। इस सीट से लगातार दो बार हेमा मालिनी चुनाव जीत चुकी हैं। इस बार फिर से बीजेपी ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने मथुरा सीट से मुकेश धनगर को टिकट दिया है। बहुजन समाज पार्टी ने यहां जाट बिरादरी से आने वाले आईआरएस रहे सुरेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है। ये सीट जाट बहुल मानी जाती है, जहां से बीएसपी के जाट प्रत्याशी उतारने से मुकाबला रोचक हो गया है। कहा ये जा रहा है कि मथुरा सीट पर अगर बीएसपी जाट-दलित वोटों को जोड़ने में कामयाब रहती है तो बीजेपी के लिए चिंता बढ़ सकती है।

2. मेरठ लोकसभा सीट से प्रत्याशी
बसपा- देवव्रत त्यागी
भाजपा- अरुण गोविल
सपा- सुनीता वर्मा
मेरठ लोकसभा सीट पर बीजेपी से अरुण गोविल मैदान में है, जो रामायण सीरियल में प्रभु राम की भूमिका में दिख चुके हैं। साल 2019 के चुनाव की बात करें तो मेरठ सीट से बीजेपी ने मामूली वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। बसपा के याकूब कुरैशी ने राजेंद्र अग्रवाल को कांटे की टक्कर दी थी। इस बार बीजेपी ने राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काटकर अरुण गोविल को मैदान में उतार दिया है। याकूब परिवार बसपा के देवव्रत त्यागी को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। ऐसे में मेरठ का मुकाबला त्रिकोणीय होता दिखाई दे रहा है।

3. अमरोहा लोकसभा सीट से उम्मीदवार
बसपा- मुजाहिद हुसैन
कांग्रेस-सपा गठबंधन- दानिश अली
भाजपा- कंवर सिंह तंवर
अमरोहा लोकसभा सीट पर बीजेपी से कंवर सिंह तंवर, कांग्रेस से कुंवर दानिश अली और बसपा के मुजाहिद हुसैन के बीच टक्कर है। ये सीट मुस्लिम बहुल सीट मानी जाती है। मायावती ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी उतार कर दानिश अली के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। कहा जा रहा है मुस्लिम प्रत्याशी होने से मुस्लिम वोटों में बिखराव तय है। बीजेपी और आरएलडी के साथ होने से कंवर सिंह तंवर मजबूत माने जा रहे हैं।

4. गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी
बसपा- राजेंद्र सोलंकी
सपा- महेन्द्र नागर
बीजेपी-  डॉ महेश शर्मा
गौतमबुद्ध नगर से एक बार फिर डॉ महेश शर्मा चुनावी मैदान में हैं। जो कि लगातार दो बार के सांसद हैं। सपा ने महेंद्र नागर को उतारा है तो बसपा ने राजेंद्र सोलंकी को उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। नोएडा सीट पर तीनों प्रत्याशी अलग-अलग जातियों से हैं। ऐसे में इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है।

5. गाजियाबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार
बीजेपी- अतुल गर्ग
कांग्रेस- डॉली शर्मा
बसपा- नंद किशोर पुंडीर
गाजियाबाद सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होता दिखाई दे रहा है। गाजियाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी ने दो बार सांसद रहे वीके सिंह का टिकट काटकर अतुल गर्ग पर दांव लगाया है। वहीं, गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के पाले में हैं। कांग्रेस ने यहां से डॉली शर्मा को टिकट दिया है तो बसपा से नंद किशोर पुंडीर मैदान में है। वीके सिंह के टिकट कटने से माना जा रहा ठाकुर समुदाय के बीच नाराजगी है। वहीं रिपोर्टस के मुताबिक डॉली शर्मा अच्छा चुनाव लड़ रहीं हैं। यानी मुकाबला काफी रोचक है।

6. अलीगढ़ लोकसभा सीट से यह प्रत्याशी मैदान में
सपा- बिजेंद्र सिंह
बसपा- हितेंद्र कुमार
बीजेपी- सतीश गौतम

अलीगढ़ सीट पर भी मुकाबला त्रिकोणीय होता दिखाई दे रहा है। अलीगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी ने यहां मौजूदा सांसद सतीश गौतम को मैदान में उतारा है। बसपा ने यहां मुस्लिम प्रत्याशी गुफरान नूर का टिकट काटकर बीजेपी से ही आए हितेंद्र कुमार को टिकट दे दिया है। समाजवादी पार्टी से जाट बिरादरी के बिजेंद्र सिंह मैदान में है। इस सीट पर भी मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं, लेकिन तीनों दलों में किसी ने मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा है। इसके चलते मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।

7. बुलंदशहर
सपा-कांग्रेस गठबंधन- शिवराम वाल्मीकि
बीजेपी- भोला सिंह
बसपा- गिरीश चंद्र
बुलंदशहर सीट पर पिछले दो बार से बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी ने एक बार फिर से भोला सिंह को मैदान में उतारा है तो बसपा ने नगीना सीट से सांसद गिरीश चंद्र पर दांव खेलकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। इंडिया गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के खाते में गई है। कांग्रेस ने बुलंदशहर सीट से शिवराम वाल्मीकि को उतारा है।

8. बागपत
भाजपा- राजकुमार सांगवान
बसपा- प्रवीण बंसल
सपा-गठबंधन- अमरपाल शर्मा
चौधरी चरण सिंह के परिवार का गढ़ रही इस सीट पर 47 साल बाद इस परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ रहा है। रालोद ने राष्ट्रीय सचिव राजकुमार सांगवान को उतारा है। सपा ने पहले पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी को और आखिरी दौर में साहिबाबाद के पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा को उतार दिया। बसपा ने दिल्ली हाई कोर्ट के अधिवक्ता प्रवीण बंसल पर दांव लगाया है
भाजपा ने जाट, सपा ने ब्राह्मण और बसपा ने गुर्जर प्रत्याशी को मैदान में उतारा है।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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