धनंजय सिंह को कोर्ट ने दी जमानत, जेल से बाहर आने के बाद जौनपुर में होगा रोचक लोकसभा चुनाव

By UltaChashmaUC | April 27, 2024

लोकसभा चुनाव के बीच यूपी के जौनपुर से एक बहुत बड़ी खबर आ रही है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जमानत को मंजूर दे दी है। अब लोकसभा चुनाव के बीच पूर्व सांसद धनंजय सिंह जेल से बाहर आएंगे। हालांकि, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनकी सजा माफी वाली याचिका को खारिज कर दिया है। मगर कोर्ट ने  उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है।  सजा पर रोक नहीं लगाए जाने से धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। बता दें, जौनपुर की MP-MLA कोर्ट ने धनंजय सिंह को 7 साल की सजा सुनाई थी। सजा के खिलाफ धनंजय ने हाईकोर्ट में अपील दाखिल की थी। शनिवार को हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार सिंह की सिंगल बेंच ने यह फैसला सुनाया।

7 साल की सजा के कारण लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे
धनंजय सिंह की 7 साल की सजा होने के कारण वो 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। दरअसल, लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत 2 साल इससे अधिक सजायाफ्ता को सजा पूरी करने के 6 साल बाद तक चुनाव लड़ने पर रोक है। साथ ही आपको बता दें कि नमामि गंगे परियोजना के तहत एसटीपी प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण मामले में जौनपुर की पीएमएलए कोर्ट ने धनंजय सिंह को दोषी ठहराते हुए 7 साल की सजा सुनाई थी। जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट के फैसले के खिलाफ धनंजय सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसमें धनंजय सिंह ने 7 साल की सजा रद्द करने और जमानत पर रिहा करने की मांग की थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने धनंजय सिंह की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था।

बीजेपी के लिए जौनपुर सीट पर कड़ा मुकाबला
धनंजय सिंह की रिहाई के बाद यूपी की सियासत रोचक हो गई है। जौनपुर लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होना है। इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से धनंजय सिंह को टिकट न मिलने पर उनकी पत्नी श्रीकला सिंह को बसपा ने टिकट देकर मैदान में उतारा है। वहीं धनंजय सिंह के रिहाई के बाद ये कहा जा रहा है कि इस बार के चुनाव में वो चुनाव प्रचार कर बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत साबित होने वाले हैं। हालांकि, बीजेपी ने कृपाशंकर सिंह को टिकट देकर मैदान में उतारा है। अब देखना यही है कि धनंजय सिंह जेल से बाहर आने के बाद चुनाव प्रचार पर कैसा प्रभाव डालते हैं।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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