अखिलेश के बयान पर मायावती ने करारा जवाब दिया है। आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से बाहर करने के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि बसपा इस बार के चुनाव में एक भी सीटें जीतती हुई नजर नहीं आ रही है। साथ ही अखिलेश ने कहा था कि इस बार बसपा के समर्थक इंडिया गठबंधन को वोट देकर भारत के संविधान और देश की सुरक्षा करेंगे। जिस पर मायावती ने सपा पर जोरदार हमला बोला है। मायावती ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि बीएसपी संगठन में क्या कुछ चल रहा है इस पर घोर दलित-विरोधी सपा अगर कोई टिप्पणी व चिंता नहीं करे तो बेहतर। इसके बदले सपा नेतृत्व को चुनाव में उतारे गए उनके अपने परिवार व उनके यादव समाज के प्रत्याशियों का क्या हाल है इसकी केवल चिन्ता करें क्योंकि उन सब का हाल बेहाल है।
सपा के कमियों को गिनवाया
आगे मायावती ने ट्वीट कर सपा के आरक्षण पर किए हुए पुराने कामों और जातिवाद पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा का चाल, चरित्र व चेहरा, हमेशा की तरह आज भी, जबरदस्त दलित, अति-पिछड़ा व संविधान में इनको दिए गए आरक्षण आदि के अधिकारों की विरोधी पार्टी का है। प्रमोशन में आरक्षण को खत्म करना तथा इस सम्बंध में बिल को संसद में फाड़ना आदि इनके ऐसे कार्य हैं जिसे माफ करना मुश्किल। साथ ही, बीएसपी सरकार द्वारा बहुजन समाज में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के आदर-सम्मान में उनके नाम पर यूपी में बनाए गए जिलों, पार्कों, विश्वविद्यालयों आदि के नाम को जातिवादी सोच के कारण बदलना सपा सरकार के ऐसे कृत्य हैं जो इतिहास में काले कारनामे के रूप में दर्ज हैं।
https://x.com/Mayawati/status/1788181504423522673
अखिलेश ने ट्वीट कर बसपा को घेरा
बसपा ने जब आकाश को उत्तराधिकारी के साथ-साथ पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर के पदों से हटाया तो इस पर अखिलेश ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा चौड़ा ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि बसपा ने अपने संगठन में बड़े बदलाव का जो भी कदम उठाया है वो उनकी पार्टी का आंतरिक विषय है। दरअसल इसके पीछे असली कारण ये है कि बसपा की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है क्योंकि बसपा के अधिकांश परंपरागत समर्थक भी इस बार संविधान और आरक्षण को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन को ही वोट दे रहे हैं। इस बात को बसपा अपने संगठन की विफलता के रूप में ले रही है। इसीलिए उनका शीर्ष नेतृत्व संगठन में इतना बड़ा फेरबदल कर रहा है लेकिन अब बाज़ी बसपा के हाथ से निकल चुकी है। सच तो ये है कि जब बसपा का प्रभाव क्षेत्र होते हुए भी पिछले तीन चरणों में उनकी एक भी सीट नहीं आ रही है तो फिर बाकी के चार चरणों में तो कोई संभावना बचती ही नहीं है। ऐसे में हम सभी वोटरों से अपील करते हैं कि आप अपना वोट खराब न करें और जो बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर जी के संविधान को बचाने के लिए सामने से लड़ रहे हैं, इंडिया गठबंधन के उन प्रत्याशियों को वोट देकर जिताएं और संविधान के संग, आरक्षण भी बचाएं।
इसीलिए आग्रह है कि संविधान, आरक्षण और अपना मान-सम्मान बचाना है तो अपना वोट सपा को दें या जहाँ इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हो वहाँ डालकर संविधान और आरक्षण विरोधी भाजपा को हराएं।
PUBLISHED BY- ARUN CAHURASIYA