UP Politics: अखिलेश और मायावती से आगे निकली चंद्रशेखर आजाद की पार्टी

By UltaChashmaUC | December 6, 2023

चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा, सपा और कांग्रेस के बाद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा है। उनकी आज़ाद समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी से काफी ज्यादा वोट हासिल किए और बड़ी पार्टियों में एक नाम ऊभर कर आया है। इतना ही नहीं यह बसपा का विकल्प बनकर भी सामने आई है। आफको बता दें कि तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव ने कई पार्टियों के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। दूसरी ओर कई पार्टियों को जनता का खूब साथ भी मिला है। उसी में से एक है चंद्रशेखर की पार्टी। आपको एक चीज और जाननी चाहिए कि इस बार सपा से बहतर किसी पार्टी ने इश चुनाव पर्फार्म की है तो वो है बसपा और भीम आर्मी चीफ। यब यह पार्टी ऊभर कते ऊपर आईं तो लोगों के लिए मुशिबत बन गई। एक ओर सपा के लिए चुनाव के बाद अब चैलेंज बढ़ी है तो मायावती का भी ऐसा ही हाल है। हालांकि, बसपा और आजाद समाज पार्टी का प्रदर्शन अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के सभी राज्यों में बेहतर रहा है।

चंद्रशेखर ने जाहिर की खुशी
इस बारे में चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'मैं राजस्थान और मध्य प्रदेश के हर उस व्यक्ति का धन्यवाद करता हूं जिसने आजाद समाज पार्टी पर भरोसा दिखाया है। मैं अपने संभाग, जिला और प्रदेश के सभी नेताओं का धन्यवाद करता हूं। जिन्होंने प्रचार किया, सहयोग किया और जिम्मेदारी निभाई। उम्मीद थी कि परिणाम काफी अच्छे होंगे, हमारे संघर्ष को देखते हुए उम्मीद थी वोट में कनवर्ट होगा। कई सीटों पर राजस्थान में हमने अच्छा किया।'

राजस्थान और मध्य प्रदेश में चंद्रशेखर की पार्टी तीसरी बड़ी पार्टी बनी है
इतना ही नहीं भीम आर्मी चीफ ने आगे वोटों के आकड़ों को बताते हुए कहा कि मुझे बताते हुए बड़ी खुशी है कि 10 सीटों से ज्यादा सीटों पर आजाद समाज पार्टी तीसरे नंबर पर है। इसके अलावा दो सीटों पर आजाद समाज पार्टी दूसरे नंबर पर रही। इन दोनों सीटों पर पार्टी को 74069 और 54185 वोट मिले। यानी देखा जाए तो यूपी के बाहर भी अब बसपा का विकल्प चंद्रशेखर आजाद बतने नजर आ रहे हैं। इस चुनाव में उनकी पार्टी का ये प्रदर्शन यूपी के बाहर भी उनकी बड़ी लोकप्रियता को बता रहा है। आपको बता दें कि आने वाले चुनावों में ये पार्टी एक प्रमुख भुमिका निभआने वाली है। अगले साल यूपी में विधान सभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में यो सवाल उठ रहा है कि क्या चंद्रशेखर मायावती औरअखिलेश को टक्कर देंगे। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो राजस्थान विधानसभा चुनाव में सपा का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा। पूरे चुनाव में सपा को चार हजार से भी कम वोट मिले। वहीं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी को नोटा से भी काफी कम वोट मिले। हालांकि, सपा से काफी ज्यादा वो मायावती की पार्टी बसपा को इन तीनों राज्यों को चुनाव में मिले हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश में ये पार्टी तीसरी बड़ी पार्टी बनी है।

PUBLISHED BY - ARUN CHAURSIYA

  • Share