भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। एक बार फिर बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। एक बार फिर सांसद वरुण गांधी ने बीजेपी के दिल्ली दरबार को आईना दिखा दिया है।
पांच राज्यों में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी को बुरी तरह हराया और बड़े राज्यों पर कब्जा किया। इसके बावजूद वरुण गांधी के तेवरों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। वरुण गांधी जैसे पहले अपनी सरकार को घेर रहे थे वैसे ही आज भी जमकर आलोचना कर रहें हैं। दोस्तों वरुण गांधी शायद अपनी ही सरकार की नीतियों से खफा दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में बीजेपी सांसद वरुण गांधी अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे, जहां उन्होंने दो दर्जन से अधिक गांव में जनसभा की। इस दौरान वह अपनी चिर-परिचित अंदाज में अपनी पार्टी की सरकार पर सवाल उठाते नजर आए। उन्होंने कहा कि तेरी मोहब्बत में हो गए फना, मांगी थी नौकरी, मिला आटा, दाल, चना। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में अपने फायदे के लिए नहीं बल्कि जनता के बेरोजगारी, शिक्षा, भर्ती में पेपर लीक जैसे मुद्दों पर जनता की जरूरत को समझने व उनका हक दिलाने के लिए आए हैं।
'किसानों का लोन माफ नहीं हो रहा लेकिन उद्योगपतियों के हो जा रहे'
जब से यह बयान सामने आया राजनितीक गलियारों में बहस तेज हो गई है। इतना ही नहीं आगे वरुण गांधी ने कहा कि यूपी के बुंदेलखंड के एक किसान ने अपने ढाई लाख रुपये का लोन चुकाने के लिए शरीर के अंगों को बेच दिया और दूसरी ओर देश की सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 10 सबसे बड़े उद्योगपतियों के 1,70,000 करोड़ रुपये के लोन माफ कर दिए।
वरुण गांधी यहीं नहीं रुके उन्होंने एक के बाद एक अपनी ही सरकार पर उन्होंने कई हमले किए। वरुण गांधी आगे बढ़े और कहा कि आखिरकार इस देश में दो हिंदुस्तान क्यों हैं, अगर हम आम इंसान के संघर्ष को लेकर ऐसी राजनीति में मौन हो जाएंगे तो लोकतंत्र भी आने वाले दिनों में मौन की तरफ बढ़ जाएगा। आज देश ऐसा लगता है मानों जैसे गुलामी की जिंदगी जी रहा हो। जब देश आजाद हुआ था, उस समय लोगों ने ये सोचा था कि किसी व्यक्ति को किसी के आगे झुकना नहीं पड़ेगा, लेकिन इस शासन काल में एक गरीब सामाजिक व्यक्ति को अपने ही काम के लिए अपने बालक की उम्र के अफसर के आगे जी हजूर कर झुकना पड़ रहा है।
वरुण गांधी के दिमाग में आखिर चल क्या रहा है?
इस बार वरुण गांधी और भी ज्यादा मुखर होते दिखाई दे रहे हैं। वरुण गांधी ने आगे कहा कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, वो जो मुद्दे उठाते हैं वो जनता के सरोकार और उनकी जीविका से जुड़े होते हैं, फिर चाहे बेरोजगारी का मुद्दा हो या नौजवानों के लिए संविदा पर रोजगार की व्यवस्था का। इन सभी पर वह लगातार आवाज उठाते रहे हैं और जनता के हक के लिए मुद्दों की बात उठाते रहेंगे। इन बातों को कहकर वरुण गांधी ने ये साफ कर दिया कि आगे भी उनके हमले अपनी सरकार पर ऐसी ही जारी रहेंगे। आपको बता दें कि वरुण गांधी ना जाने कितनी बार अपनी ही सरकार को कोस चुके हैं। अब सवाल ये है कि वरुण गांधी के दिमाग में आखिर चल क्या रहा है। क्या वरुण गांधी अपने लिए नया ठिकाना ढूंढ रहें हैं। सवाल एक और है कि बीजेपी ने अब तक वरुण गांधी के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। आपको क्या लगता है हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
PUBLISHED BY - ARUN CHAURASIYA