जर्मनी के बाद अमेरिका ने खोला मोर्चा, केजरीवाल की गिरफ्तारी पर भारत को चेताया

By UltaChashmaUC | March 28, 2024

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते को फ्रीज करने, देश में तानाशाही जैसे मुद्दों को लेकर अमेरिका ने भारत सरकार के ऊपर बड़ी टिप्पणी की है। हालांकि, अमेरिका से पहले जर्मनी ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी की थी, फिर उसके बाद अमेरिका ने भारत के लोकतंत्र को लेकर सवाल पूछने लगा। जिसको लेकर पहले भारत ने अमेरिका से ये कहा था कि ये हमारा आंतरिक मामला है आप इससे दूर रहें पर इसके बावजूद भी अमेरिका हमारे देश में चल रही तानाशाही पर चुप्पी नहीं साध सका।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गिरफ्तारी पर की टिप्पणी
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बुधवार को एक बार फिर से केजरीवाल की गिरफ्तारी पर बयानबाजी करते हुए कहा कि अमेरिका निष्पक्ष और पारदर्शी कानूनी प्रक्रियाओं पर जोर देता है। हमें नहीं लगता है कि किसी को इस पर आपत्ति होनी चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के बैंक अकाउंट्स फ्रीज किए जाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमें कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज होने के आरोपों के बारे में मालूम है। दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रोजाना होने वाली प्रेस ब्रीफिंग में प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से भारत को लेकर सवाल किए गए। उनसे पूछा गया कि भारत में राजनीतिक उथल-पुथल और कांग्रेस के बैंक अकाउंट्स फ्रीज किए जाने के आरोपों पर अमेरिका क्या कहना चाहेगा।

कांग्रेस के बैंक फ्रीज को लेकर भी अमेरिका ने उठाए सवाल
जिस पर अमेरिकी प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने केजरीवाल पर पूछे गए सवाल को लेकर कहा कि "हम दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी सहित उनकी कार्रवाइयों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। मैं किसी प्राइवेट डिप्लोमैटिक बातचीत के बारे में बात नहीं करूंगा। हालांकि, हमने सार्वजनिक रूप से जो कहा है, वही बातें मैंने यहां कही हैं कि हम निष्पक्ष, पारदर्शी, समय पर होने वाली कानूनी प्रक्रियाओं पर जोर देते हैं। हमें नहीं लगता कि किसी को इस पर आपत्ति होनी चाहिए। हम यही बात निजी तौर पर स्पष्ट कर देंगे। वहीं केजरीवाल के अलावा अमेरिका ने कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज किए जाने को लेकर हुए सवाल पर कहा कि "हम कांग्रेस पार्टी के आरोपों से भी अवगत हैं कि टैक्स अधिकारियों ने उनके कुछ बैंक अकाउंट्स को ऐसे फ्रीज किया है कि आगामी चुनावों में प्रभावी ढंग से प्रचार करना चुनौतीपूर्ण होगा। हालांकि, हमारी नजर सभी चीजों पर है।

जर्मनी ने भी भारत के लोकतंत्र पर उठाया सवा
वहीं, अमेरिका के अलावा जब अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से सवाल पूछा गया कि चुनावों से पहले भारत में विपक्ष के एक बड़े नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को वे कैसे देखते हैं? तो उन्होंने कहा कि "हमें इस मामले की जानकारी है. भारत एक लोकतांत्रिक देश है. हम मानते हैं और उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों से जुड़े मानकों को इस मामले में भी लागू किया जाएगा।आरोपों का सामना करने वाले किसी भी व्यक्ति की तरह केजरीवाल भी निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं। इसमें यह भी है कि वे बिना किसी प्रतिबंध के सभी उपलब्ध कानूनी रास्तों को इस्तेमाल कर सकें।


मोदी भले ही इस बात का ढिंढोरा पीटते रहते हैं कि हम विश्व गुरु बन रहे हैं। हम दुनिया में सबसे लोकप्रिय हैं। पर दुनिया के दो बड़े देश अमेरिका और जर्मनी भारत को लेकर क्या कुछ सोचते हैं वो तो आपने देख ही लिया। खैर, देश में लोकतंत्र किस स्तर पर पहुंच गया है वो विदोशों को तो अच्छी तरह से नजर आ रहा है, पर हमारे देश की गोदी मीडिया को नजर नहीं आ रही है,, इसीलिए वो इन बातों के असल मुद्दों पर बोलने और लोगों को दिखाने को तैयार नहीं हैं।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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