आकाश आनंद भी हुए हैं जातीय भेदभाव के शिकार, कहा- एक सीनियर च#$%& कहता था

By UltaChashmaUC | April 25, 2024

यूपी के किला को भेदने के लिए बसपा भी पूरी ताकत लगा रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी बिना किसी गठबंधन के चुनावी मैदान में है। बसपा का इस बार का चुनावी रणनीति हर बार से बिल्कुल अलग नजर आ रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने साथ चुनाव की जिम्मेदारी अपने भतीजे आकाश आनंद को भी दे रखी है। आकाश आनंद बसपा को अपनी पुरानी पहचान दिलाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके चुनावी भाषण में इस्तेमाल किए गए शब्द मायावती से बिल्कुल अलग हैं। आकाश बिना कागज देखे एक स्मार्ट फोन के सहारे अपना चुनावी भाषण देते हैं। जिसमें  वो बीजेपी से लेकर कांग्रेस और सपा हर किसी पर हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में आकाश आनंद चुनाव प्रचार के लिए पूर्वांचल के आजमगढ़ सीट पर एक जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे।

इशारों में चंद्रशेखर को कहा बहरूपिया

आकाश आनंद ने आजमगढ़ में अपने भाषण के दौरान इशारों-इशारों में चंद्रशेखर पर हमला बोला उन्होंने कहा कि बहुत से बहरूपिए गले में नीला पट्टा डालकर अपने आपको भीम के मार्गदर्शक पर चलने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो बहन मायावती की इज्जत नहीं करता वो असली समाज सेवक नहीं हो सकता। वो बहरूपिए हैं उन्हें आपको पहचानना होगा। इसके अलावा आकाश आनंद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “चंदा का धंधा बीजेपी जैसी पार्टियां करती हैं। पिछले 10 साल से बीजेपी सरकार सत्ता में हैं। जब वो यहां वोट मांगने आए तो आप उनसे पूछिएगा कि पिछले 10 सालों में उन्होंने आपके के लिए क्या किया। शिक्षा के लिए क्या किया? बीजेपी ने बच्चों के शिक्षा के साथ खिलवाड़ किया है”।

सीनियर ने चमार कह कर बुलाया था

भाषण के बाद जब पत्रकारों ने आकाश आनंद से ये पूछा कि क्या कांशीराम और मायावती की तरह उनके साथ भी जातीय भेदभाव हुआ है। तब उन्होंने कहा कि वे भी जातीय भेदभाव का शिकार हुए हैं। आकाश आनंद ने कहा कि आज तक मैंने इसका कहीं जिक्र नहीं किया, लेकिन मेरा एक सीनियर था, जो मुझे चमार कहता था। आखिर उसके पास इतना साहस कहां से आया। यही नहीं आकाश आनंद ने कहा कि उससे मैं इतना तंग हो गया था कि यदि नहीं माने तो बाहर देख लूंगा। इसके बाद उसने ऐसा करना बंद किया।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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