स्मृति ईरानी पर फूटा वरुण गांधी का गुस्सा, बोले – ‘नाम’ की राजनीती ‘काम’ ना बिगाड़ दे !

By UltaChashmaUC | September 30, 2023

 

 

संजय गाँधी अस्पताल ( Sanjay Gandhi Hospital )  के बैन होने के बाद से अमेठी संसद स्मृति इरानि  ( Smriti Irani ) इस अस्पताल के गाँधी नाम पर राजनीती करती नज़र आ रही थी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कह रही थी कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही बरतने की गलती के कारण एक महिला की मौत हो जाती है और मृतका के परिजनों को सहारा देने और आरोपी पर कार्यवाही के बजाए अस्पताल का लाइसेंस निलंबित होने पर गांधी परिवार का मुनाफा बंद हो जाने पर आंसू बहा रहे हैं । लेकिन अब उनके इस बयान का जवाब खुद उन्ही की पार्टी के सांसद वरुण गाँधी ने दे दिया है । वरुण गाँधी ( Varun Gandhi )  ने कहा है कही नाम पर राजनीती भरी ना पड़ जाए...! गाँधी नाम से नाराजगी कही लाखों लोगों का काम ना बिगाड़ दें ।

 

वरुण गाँधी का भाजपा से सवाल

बीजेपी संसद वरुण गाँधी ( Varun Gandhi ) ने धरने पर बैठी अस्पताल की एक महिला कर्मचारी का विडियो शेयर किया है । विडियो में महिला एकदम  भावुक होकर बता रही है कि अस्पताल बंद होने से उनका रोज़गार चीन गया है। वो कह रही है कि स्मृति ईरानी बताए कि 'हम रोजगार करने कहाँ जाएं? स्मृति ईरानी दें हमको रोजी-रोटी...' पोस्ट करते हुए संजय गांधी अस्पताल ( Sanjay Gandhi Hospital ) का लाइसेंस रद्द किए जाने पर सवाल उठाया और कहा, 'सवाल संजय गांधी अस्पताल के 450 कर्मचारियों और उनके परिवार का ही नहीं, रोज सैकड़ों की संख्या में इलाज कराने वाले सूबे की आम जनता का भी है. उनकी पीड़ा के साथ न्याय ‘मानवता की दृष्टि’ ही कर सकती है, ‘व्यवस्था का अहंकार’ नहीं  कहीं ‘नाम’ के प्रति नाराजगी लाखों का ‘काम’ न बिगाड़ दे.'

 

जनता की तकलीफ अनदेखा कर रही हैं स्मृति ईरानी ?

यहाँ वरुण गाँधी ( Varun Gandhi ) उस व्यवस्था के अहंकार के बारे में बात कर रहे हैं जिसकी वजह से बीते कई दिनों से कर्मचारी अनशन पर बैठे हैं। लोग धरना दे रहे हैं। जगह-जगह स्मृति इरानि ( Smriti Irani ) के पुतले जलाए जा रहे हैं। मगर, गाँधी परिवार और गाँधी के नाम के इर्द गिर्द अपनी पूरी राजनीती के चलते स्मृति ईरानी ( Smriti Irani ) जनता की तकलीफ नहीं देख पा रही हैं । वरुण गाँधी ने पहले भी अपनी पार्टी के इस फैसले पर सवाल उठाए थे। उन्होंने मांग की थी कि अस्पताल में एक महिला की मौत के बाद अस्पताल में काम करने वाले हज़ारों लोगों का रोज़गार चला गया । वो लोग जो इलाज के लिए संजय गाँधी अस्पताल पर निर्भर थे । उनको भी अब दर दर भटकना पड़ रहा है । सरकार को नाम की राजनीति छोड़ कर इनके बारे सोचना चाहिए लेकिन  भारतीय जनता पार्टी जनता  पार्टी को और संसद स्मृति ईरानी को जनता की आवाज़ सुनाई नहीं दे रही है ।

 

एक की गलती की सजा हजारों लोगों को क्यों ? 

अमेठी के जिस संजय गाँधी अस्पताल को भाजपा ने बंद करवाया है वो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के बेटे संजय गाँधी के नाम पर बना है। इसका शिलान्यास इंदिरा गाँधी ने ही किया था और मौजूदा समय में संजय गाँधी के बेटे वरुण गाँधी ( Varun Gandhi ) भारतीय जनता पार्टी के संसाद हैं ।  इसलिए अपने पिता के नाम पर राजनीती करने पर वो स्मृति ईरानी को जवाब दे रहे हैं।  स्मृति ईरानी एक महिला की मौत पर न जाने कितने हज़ार लोगों की तकलीफ को अनदेखा कर रही है। किसी एक की गलती की सजा इतने लोगों को आखिर क्यों मिले? वही अब दोस्तों वरुण गाँधी ने इशारों इशारों में हीकह दिया है कि भाजपा जो नाम से नजार्गी दिखा रही है। उससे लाखों लोगों का काम तो बिगड़ ही सकता है, लेकिन अगर जनता का काम बिगड़ा तो  स्मृति ईरानी का काम भी बिगड़ेगा क्युकी अमेठी की जनता अपने साथ हुई नाइंसाफी का जवाब ज़रूर देगी ।

 

PUBLISHED BY -  Farheen Ansari 

 

स्मृति ईरानी पर फूटा वरुण गांधी का गुस्सा

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