गोदी मीडिया पर बरसे राहुल गाँधी, कहा – उधर मजदूर सुरंग में फंसे हैं और इधर….

By UltaChashmaUC | November 21, 2023

 

जिस मुद्दे पर देश की मीडिया और सरकार पिछले एक हफ्ते से चुप्पी साथ कर बैठे हैं उसपर अब राहुल गाँधी ( Rahul Gandhi )  ने मच से खुल कर बोल दिया है । एक तरह उत्तराखंड टनल हादसे ( Uttarkashi Tunnel Accident ) में फंसे 41 मजदूरों की जिंदगी दांव पर लगी है दूसरी तरफ मोदी जी वर्ल्ड कप देखने में व्यस्त हैंऔर गोदी मीडिया वार्ड कप में पीएम मोदी की मौजूदगी की ब्रांडिंग करने में लगा हुआ है । मोदी जी ने स्टेडियम में बैठ कर जनता की तरफ हाथ हिला दिया, कितने बजे पहुचे कितने बजे निकले, कैसे ट्राफी दी, मोदी जी मोहम्मद शमी को गले लगा रहे, टीम को संतावना दी,गोदी मीडिया ये सब कुछ दिखा रहा है लेकिन 9 दिनों से उत्तरकाशी के सिलक्यारा गांव के टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। अंधेरे में घुट रहे मजूरों का धैर्य टूटता जा रहा है । सांत्वना और मनोबल बढ़ाने वाली बातें अब अच्छी नहीं लग रही है। CCTV में उनकी तड़प और बेचैनी दिखाई दे रही है ।  उनकी आवाज भी कमजोर पड़ने लगी है । वो लोग अब सवाल पूछने लगे हैं, कब बाहर निकालोगे? इतने दिनों से सरकार क्या कर रही है ?

 

उत्तराखंड हादसे पर बोले राहुल गाँधी 

CM धामी, MP में प्रचार कर आए, प्रधानमंत्री वर्ल्ड कप में व्यस्त हैं । आपने PMO की कोई ब्रीफिंग-बुलेटिन देखी ? नहीं देखि होगी ! इसपर राजस्थान से राहुल गाँधी ( Rahul Gandhi )  ने मंच पर खड़े होकर सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल ( Rahul Gandhi ) ने कहा कि उत्तराखंड में मजदूर खदान में फंसे हुए हैं, लेकिन 24घंटे मीडिया सिर्फ क्रिकेट की बात कर रही है । ठीक है अच्छी बात है लेकिन कम से कम थोड़ा वक्त मजदूरों को भी दीजिए।

 

''मीडिया में सिर्फ नरेंद्र मोदी जी नजर आते ''

उन्होंने कहा मीडिया में सिर्फ नरेंद्र मोदी जी नजर आते हैं, क्योंकि वे अडानी का काम करते हैं। मोदी जी GST का पैसा अडानी को भेजते हैं और अडानी मोदी जी का चेहरा मीडिया में दिखाते हैं।  जब आज पूरा मीडिया चुप है,मंत्री चुप है, ख़ुद प्रधानमंत्री चुप हैं, तब राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने भरे मंच से उत्तराखंड के सुरंग हादसे में फसे मज़दूरों के लिए आवाज़ उठाई है।  वो मजदूर बार बार सरकार से पूछ रहे हैं कि हमें बचाने के लिए कुछ कर भी रहे हो या बस बातें बना रहे हो।  उन्हें बाहर निकालने की डेडलाइन दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। दिवाली के दिन फंसे थे तब बयान आया कि 72 घंटे में बाहर निकाल लेंगे, 9वें दिन रेस्क्यू टीम का बयान आया कि मजदूरों तक पहुंचने के लिए 6 विकल्पों पर काम हो रहा है, निकालने में दो- ढाई दिन और लगेंगे । अब तो 200 घंटे से ज्यादा हो गए, डर और गुस्सा होना लाज़मी है। टनल के बाहर उनके घर वाले भूखे-प्यासे उनके बहार निकालने का इंतज़ार कर रहे हैं । किसी का पति फंसा है तो किसी का बेटा और किसी का भाई लेकिन देश के प्रधानमंत्री को मैच देखने से फुर्सत नहीं है । स्टेडियम में गृह मंत्री के साथ हसी ठिठोली कर रहे हैं। देश खुश, सब चंगा, दुनिया में नाम, हम विश्वगुरू हैं..सुरंग, अच्छे दिनों तक लेकर जाएगी साहेब गारंटी देते घूम रहे हैं और देश के कथित राष्ट्रवादी पत्रकार मोदी जी से सवाल करने के बजाएं उन्ही के साथ फोटो खींचा रहे हैं । खबर के नाम पर मोदी जी और मैच के किससे ही चल रहे हैं टीवी मीडिया में ।

 

 मजदूरों के लिए सरकार क्या कर रही है  ?

टनल ( Uttarkashi Tunnel Accident )  में फसे मजदूरों के लिए सरकार क्या कर रही है  ? अब तक क्या हुआ क्यों अब तक वो लोग बहार नहीं आए ? क्या मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री सिर्फ चुनाव प्रचार के लिए चुने गाए हैं ? मजाल है कि गोदी मिडिया की इन सवालों को लेकर जुबान खुली हो ?  ये सवाल वो विपस्क्ष के नेता उठा रहे है जिन्हें मोदी जी मूर्खों का सरदार कहते हैं । कौन होता है मुर्ख ? वो जो मरते हुए इंसान को देख कर भी अपनी धुन में खोया हुआ है या वो जो बार बार सरकार का ध्यान उस तरफ खीचने की कोशिश कर रहा है ?

PUBLISHED BY - FARHEEN ANSARI 

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