अखिलेश यादव ने की प्रतापगढ़ मे जमकर मेहनत

By UltaChashmaUC | October 7, 2023

 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव 2024 लोकसभा चुनाव से पहले  ताबड़तोड़ दौरो पर है। इसी बीच अखिलेश प्रतापगढ़ मे चुनाव के लिए मेहनत करते नज़र आये और अपने कार्यकत्ताओ के साथ प्रतापगढ के मैदान मे चुनावी बिगुल का आरंभ किया, क्योकि समाजवादी पार्टी का कांग्रेस से गठबंधन और राजा भैया  कि बढ़ी हुयी मुश्किले प्रतापगढ मे अखिलेश यादव को जीत दिलवा सकती है।

 

प्रतापगढ़  रहा राजघरानो का गढ़

राजघरानो के गढ़ प्रतापगढ़ मे अखिलेश यादव कुछ दिन पहले दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मे पार्टी का नेर्त्तव करने पहुंचे थे । जोशिले अदांज मे कार्यकर्ताओ और जनता को संबोधित भी किया। प्रतापगढ़ की राजनीति मे  राजघरानो का बोलबाला रहा है। लेकिन इस बार सपा को प्रतापगढ मे बड़ी जीत की उम्मीद है, इसीलिए अखिलेश यादव यहां खुद दो दिन तक मौजुद रहे।

 

प्रतापगढ़ मे रहा कांग्रेसी सत्ता का बोलबाला

बात अगर पिछले चुनाव की करे तो प्रतापगढ़ मे कांग्रेस की सत्ता का बोलबाला रहा है पिछले 10 चुनावो मे 5 बार सत्ता कांग्रेस के हाथ मे गई है जिसमे सपा को भी एक बार जीत हासिल हुयी है, और ये जीत तब मिली थी जब राजघराने के ही अक्षय प्रताप सिंह को सपा ने अपना प्रत्याशी बनाकर प्रतापगढ की सीट पर उतारा था और सपा को यहां जीत मिली.... लेकिन सपा को यहां सीट मिलने की एक वजह अक्षय प्रताप सिंह को राजा भैया सिंह का मिला साथ भी था। दरअसल तब राजा भैया ने सपा के साथ खड़े होकर अक्षय प्रताप सिंह को जीत हासिल करवाई थी, लेकिन अखिलेश यादव की राजा भैया के साथ कुडां मे कुंडी लगाने के बयान को लेकर हुयी नोकझोंक ने दोनो के बीच टकरार का माहोल बना दिया, औऱ हाल ही मे राजा भैया की बढ़ी हुयी मुश्किले अखिलेश को फायदा दिला सकती है.

कांग्रेस से गठंबधन दिलायेगा जीत?

दुसरी वजह है कांग्रेस से सपा का आने वाले चुनाव मे गठंबधन। जी हा, क्योकि प्रतापगढ मे कांग्रेस की सत्ता का बोलबाला रहा है, और कांग्रेस का प्रतापगढ़ मे अच्छा वोटबैकं है, सपा के किसी नेता का ऐसा कहना है कि पार्टी को 2022 के विधानसभा चुनाव में ओबीसी वोटरों का साथ मिला था। साथ ही अखिलेश यादव का जातीय जनगणना को लेकर दिया जा रहा जोर भी इस बार सपा को दलित वोटे दिला सकती है।

 

Published by :- Shikha Pandey

अखिलेश यादव रहे प्रतापगढ़ मे काफी सक्रिय, सरकार लाने की जमकर तैयारी।

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