राजपूत की पगड़ी उछालने से क्षत्रिय समाज नाराज, बीजेपी को हो सकता है बड़ा नुकसान!

By UltaChashmaUC | April 10, 2024

चुनाव के मौके पर बीजेपी को बड़ा नुकसान हो रहा है, क्षत्रिय समाज बीजेपी के विरोध में खड़ा हो गया है, जो राजपूत, जो क्षत्रिय खुलकर मोदी योगी की जोड़ी के साथ रहता है, वो भड़क गया है। एक क्षत्रिय के लिए या कहें एक राजपूत के लिए उसके मान और स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं होता है। पगड़ी के लिए ये लोग मर मिट जाते हैं। लेकिन अहमदाबाद में करणी सेना के नेता राज शेखावत की पगड़ी उछाल दी गई और उनका अपमान किया गया।

मोदी के खास दोस्त पुरुषोत्तम रुपाला का टिकट काटने की मांग

गुजरात का राजपूत समाज बीजेपी से इतना नाराज है कि उनका कहना है कि पुरुषोत्तम रुपाला का अगर टिकट ना कटा तो गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर राजपूत समाज के लोग बीजेपी को वोट नहीं देंगे। इनका कहना है कि हम बीजेपी को वोट की ताकत से हराएंगे। गुजरात में राजपूत समाज 22 लोकसभा सीटों पर असरदार है। वो किसी भी पार्टी के चुनाव जिताने और हराने की क्षमता रखता है। इनकी सिर्फ एक मांग है कि पुरुषोत्तम रुपाला का टिकट काटा जाए। वो इसलिए क्योंकि रुपाला ने कुछ दिनों पहले एक सभा में कहा कि राजपूतों ने अपनी बहन बेटियों की शादी अंग्रेजों के साथ कर दी। क्षत्रियों ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेक दिए। उनके इसी बयान पर हंगामा मच गया है।

गुजरात के साथ राजस्थान, यूपी के क्षत्रिय भी नाराज
उधर श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना गुजरात में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं से मिलने पहुंचे तो पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया। इस घटना से राजस्थान का राजपूत समाज भी नाराज हैं। विरोध की ऐसी ही तस्वीरें सहारनपुर से भी आई थीं जहां क्षत्रिय समाज ने बड़ा सम्मेलन करके बीजेपी को वोट ना देने का ऐलान किया था। दरअसल, पश्चिमी यूपी के अलग अलग गांवों में क्षत्रिय समाज के लोग लगातार पंचायतें कर रहे हैं।
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क्षत्रिय के इस विरोध की वजह से गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर जैसी कई सीटें संकट में फंस गई हैं। इस बेल्ट के ठाकुर जनरल वी के सिंह का टिकट कटने से नाराज हैं। उनका कहना है कि वी के सिंह को 2019 में पीएम मोदी से भी ज्यादा वोट मिले थे। लेकिन ठाकुर समाज का अपमान करने के लिए उनका टिकट काट दिया गया। वहीं इन सबके अलावा संगीत सोम और सुरेश राणा जैसे नेताओं को साइडलाइन कर दिया गया। लेकिन वहीं बृजभूषण शरण सिंह के टिकट पर सस्पेंस हैं। यानि हर तरफ से क्षत्रिय समाज को निशाना बनाकर अपमान किया जा रहा है।

गुजरात में 17 फीसदी राजपूत वोटर्स
गुजरात में राजपूत वोटर्स करीब 17 फीसदी हैं। जबकि यूपी में 8 से 9 फीसदी के आस पास हैं और ये वर्ग बीजेपी से टूट गया तो मोदी जी के लिए 2024 की लड़ाई फंस जाएगी। 400 तो छोड़िए 250 सीटें जीतना भी मुश्किल होगा। अब बीजेपी ठाकुरों की नाराजगी भी कम करना चाहती है और राजकोट में रुपाला का टिकट भी नहीं काटना चाहती। ऐसे में बीजेपी के सामने धर्म संकट खड़ा है।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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