मोदी के नए कानूनों की CJI चंद्रचूड़ ने की तारीफ, कहा- नए कानून कानूनी ढांचे को एक नए युग में बदल दिया

By UltaChashmaUC | April 20, 2024

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मोदी के कामों की जमकर तारीफ की है। चंद्रचूड़ ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए आपराधिक न्याय कानूनों की तारीफ की। उन्होंने आपराधिक न्याय कानूनों के नए अधिनियम को समाज के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया। चीफ जस्टिस ने कहा कि भारत अपनी आपराधिक न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव के लिए तैयार है। दिल्ली में 'आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रशासन में भारत का प्रगतिशील पथ' विषय पर एक सम्मेलन में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि नए कानून सफल होंगे यदि हम नागरिक के रूप में उन्हें अपनाते हैं।

“नए कानून ने कानूनी ढांचे को एक नए युग में बदल दिया”

दिल्ली के सम्मेलन में चंद्रचूड़ ने कहा कि नए अधिनियमित कानूनों ने आपराधिक न्याय पर भारत के कानूनी ढांचे को एक नए युग में बदल दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों के हितों की रक्षा करने और अपराधों की जांच और अभियोजन को कुशलतापूर्वक चलाने के लिए बहुत जरूरी सुधार पेश किए गए हैं। CJI ने आगे कहा, "संसद द्वारा इन कानूनों का अधिनियमित होना एक स्पष्ट संकेत है कि भारत बदल रहा है और आगे बढ़ रहा है, और मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए नए कानूनी उपकरणों की जरूरत है।"

1 जुलाई से तीन नए कानून होंगे लागू

आपको बता दें दिल्ली के इस सम्मेलन में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी मौजूद थे। साथ ही आपको ये भी बता दें कि देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को पूरी तरह से बदलने के लिए जो नए कानून लाए गए हैं, जिनमें भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम है उन्हें, 1 जुलाई से लागू किया जाएगा। हालांकि, वाहन चालकों द्वारा हिट-एंड-रन के मामलों से संबंधित प्रावधान तुरंत लागू नहीं किया जाएगा। तीनों कानूनों को पिछले साल 21 दिसंबर को संसद की मंजूरी मिली और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस नए कानून पर 25 दिसंबर को अपनी सहमति दी है।

CJI ने देशवासियों से वोट करने की अपील की

इन दिनों देश में लोकतांत्रिक पर्व लोकसभा चुनाव का मेला चल रहा है। जिसको लेकर चंद्रचूड़ ने हर किसी को वोट देने की अपील की है। चंद्रचूड़ ने कहा कि संविधान नागरिक के रूप में हमें कई अधिकार देता है, लेकिन साथ ही यह भी अपेक्षा करता है कि हर कोई उसे सौंपा गया अपना कर्तव्य निभाए। संवैधानिक लोकतंत्र में नागरिकता के सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक कर्तव्य वोट डालना है। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि कृपया हमारी महान मातृभूमि के नागरिक के रूप में जिम्मेदारी से मतदान करने का यह अवसर न चूकें। हर पांच साल में पांच मिनट, हमारे देश के लिए। यह किया जा सकता है, है ना? आइए, गर्व के साथ मतदान करें। मेरा वोट, मेरी आवाज।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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