नई एम- 3 ईवीएम मशीन से होगा लोकसभा चुनाव, हैक या छेड़छाड़ करने बर होगी ब्लॉक

By UltaChashmaUC | April 3, 2024

सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद, इलेक्शन कमीशन ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस बार का लोकसभा चुनाव एक स्पेशल ईवीएम मशीन से कराई जाएगी। जी हां, इस बार का चुनाव उन ईवीएम मशीनों से नहीं होगा जिनसे पहले हुआ करती थी। जिससे ईवीएम में होने वाली धोखाधड़ी से हर पार्टी बच सकेगी और इस अहम कदम से किसी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है तो वो है बीजेपी पार्टी। अब ऐसी क्यों होगा वो आप सब बहुत अच्छे से जानते हैं। पर लोकसभा चुनाव में हर बार की तरह इस बार भी ईवीएम से ही मतदान होगा, लेकिन यह ईवीएम का बिल्कुल मॉडर्न मॉडल होगा। जी हां इस बार वोट एम- 3 ईवीएम यानि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन थर्ड जनरेशन से डाले जाएंगे। एक नए जमाने की यह चुनाव मशीन छेड़छाड़ की हर गुंजाइश को खत्म कर देगी। क्योंकि इस नेक्स्ट जनरेशन मार्क 3 ईवीएम की खासियत यह है कि इसके चिप को सिर्फ एक बार प्रोग्राम किया जा सकता है। इस बार जिस ईवीएम मशीन का इस्तेमाल होगा वो नेक्स्ट जनरेशन मार्क 3 ईवीएम से होगा। और इसमें अगर एक बार जिस चिप को डालकर वोट दिया जाएगा, वो उसके बाद दोबारा इस्तेमाल नहीं हो पाएगा। साथ ही इस नई ईवीएम मशीन की चिप के सॉफ्टवेयर कोड को पढ़ा भी नहीं जा सकता है और ना ना ही दोबारा लिखा जा सकता है। साथ ही इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि इसे इंटरनेट या किसी भी दूसरे नेटवर्क से कंट्रोल भी नहीं किया जा सकता। अगर इसके बावजूद यदि कोई छेड़छाड़ करता है या फिर मशीन के स्क्रू भी खोलने की कोशिश करेगा तो मशीन ऑटोमेटिक ही डिएक्टिवेट हो जाएगी।. जी हां, ये ईवीएम मशीन खुद बंद हो जाएगी।. इसके अलावा इस ईवीएम में रियल टाइम क्लॉक और डायनेमिक कोडिंग जैसा एक नया  फीचर भी अवेलेबल है। जिससे इसकी हैकिंग या रिप्रोग्रामिंग नहीं हो सकती है।

भारी विरोध के बाद ये बड़ा फैसला
इसे अगर आप सरल भाषा में समझें तो ये कि मान लीजिए कि कोई ईवीएम की चिप के साथ छेड़छाड़ कर वोटिंग किए हुए निशान को मिटाकर दूसरा निशान करना चाहेगा तो वो पॉसिबल नहीं हो सकता। या फिर अगर कोई ये चाहे कि हम वोट आम को दे रहे हैं और वो वोट इमली को पड़ रहा है तो ये भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। जिसको लेकर पिछले कई सालों से देश के वकील, विपक्षी नेता और आम जनता हर कोई विरोध कर रहा था। जिसके बाद इन्ही सब बातों को लेकर कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी हुई थी, जिसमें कोर्ट ने वीवीपैट मशीनों की पूरी जानकारी देने के लिए इलेक्शन कमीशन और बीजेपी सरकार को नोटिस भेजा था। और अब ये माना जा रहा है कि इन्ही कारणों से ये बड़ा और अहम फैसला लिया गया है।. साथ ही आपको बता दें कि इस नई मशीन को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बेंगलुरु और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद में बनाया गया है। जिसे अब तक के इतिहास का सबसे हार्ड और नान हैकिंग ईवीएम मशीन भी कहा जा रहा है।

ईवीएम मशीनों का दौर ऐसे शुरू हुआ
वैसे आपको ईवीएम मशीन के बनाने की पूरी कहानी को भी बता देती हूं। दरअसल ईवीएम मशीन बनाने का विचार  सबसे पहले 1977 में आया था। जिसके बाद नवंबर 1998 में इसका उपयोग किया गया। इसी कड़ी में ईवीएम मार्क 1 का निर्माण 1989 से 2006 तक हुआ था। वहीं इसकी नेक्सट जनरेशन या कहें कि सेकेण्ड जनरेशन के ईवीएम मार्क 2 का निर्माण 2006 से 2012 तक हुआ। और अब 2024 की ईवीएम मार्क 3 मशीन भारतीय लोकतंत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी। और बीजेपी के उन सभी मंसूबों पर पानी फेरेगी जो, वो ईवीएम मशीन के सहारे आस लगाकर बैठे थे। वैसे , आप इस नई ईवीएम मशीन के बारे में क्या सोचते हैं हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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