सपा ने 25 साल की प्रिया सरोज को मछली शहर से बनाया प्रत्याशी, लोकसभा चुनाव में अखिलेश ने चला युवा कार्ड

By UltaChashmaUC | April 15, 2024

यूपी की एक सीट पर अखिलेश यादव ने कुछ ऐसा कर दिया है कि बीजेपी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। मछलीशहर की सीट SC रिजर्व सीट है और यहां अखिलेश ने 25 साल की एक लड़की को टिकट दिया है। उस लड़की का नाम है प्रिया सरोज। प्रिया सरोज विधायक तूफानी सरोज की बेटी हैं। तूफानी सरोज 2009 में मछलीशहर के सांसद रहे हैं और मौजूदा वक्त में केराकत सीट से सपा के विधायक हैं।

बीजेपी प्रत्याशी  को 181 वोटों से मिली थी जीत
प्रिया सरोज बीते 5 सालों से सपा में एक्टिव रही हैं। मछलीशहर और जौनपुर में सपा के कई कार्यक्रमों में अक्सर नजर आती रही हैं। प्रिया ने 2022 में लॉ की पढ़ाई पूरी की और अभी वो सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं। बीजेपी से यहां मौजूदा सांसद बी पी सरोज ही प्रत्याशी हैं। पिछले चुनाव में वो 181 वोटों से जीते थे। मछलीशहर में पहले विधायक डॉ रागिनी के चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन अखिलेश यादव ने सबको चौंकाते हुए बाद में प्रिया सरोज को टिकट दिया।

यादव वोटर्स 2 लाख, मुस्लिम वोटर 90 हजार
मछलीशहर लोकसभा में 5 विधान सभा सीटें आती हैं। जिसमें, मछलीशहर, जफराबाद, मड़ियाहू, केराकत और वाराणसी जिले की पिंडरा विधानसभा इसमें शामिल हैं। इन पांच सीटों में से 2 सीटों पर सपा के विधायक हैं। यही कारण है कि सपा के लिए मछली शहर एक महत्वपूर्ण सीट बनी हुई है। साथ ही यहां के जातीय समीकरण के हिसाब से भी अखिलेश ने यहां बीजेपी को घेर लिया है। इस सीट पर यादव वोटर्स 2 लाख के आस पास हैं। जबकि मुस्लिम वोटर्स करीब 90 हजार और दलित वोटर्स की बात करें तो वो करीब ढाई लाख हैं।

युवाओं पर सपा ने जताया सबसे ज्यादा भरोसा
प्रिया सरोज एक युवा नेता हैं साथ ही वो दलित बिरादरी से आती हैं, पढ़ी लिखी हैं। इनके पिता खुद मछलीशहर के सांसद रहे हैं। ऐसे में ये सीट सपा के पाले में इस लिए जाती हुई नजर आ रही है क्योंकि मछलीशहर सीट पर डिंपल यादव की बेहद करीबी डॉ रागिनी को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है। अब ऐसे में ये दोनों युवा महिलाएं मिलकर इस सीट पर बीजेपी की टेंशन बन गई हैं। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि सपा इस बार के चुनाव में युवा प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। जिसमें, कैराना से इकरा हसन, मछली शहर से प्रिया सरोज, कौशांबी से पुष्पेंद्र सरोज, गोरखपुर से काजल निषाद, बदायूं से आदित्य यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, संभल से जियाउर्रहमान को टिकट दिया।  इन तमाम युवा नेताओं को टिकट देने के पीछे सपा की सबसे बड़ी रणनीति युवाओं के बीच बीजेपी की नाराजगी को अपने पाले में करना है।

PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA

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