2024 के लोकसभा चुनाव की पहली रैली में अखिलेश यादव कुछ अलग ही अवतार में दिखाई दिए। हमेशा काली सदरी में दिखाई देने वाले अखिलेश यादव ने इस बार सदरी उतार दी है। सदरी की जगह उनके गले में लाल रंग का गमछा दिखाई दिया।
मोदी की गारंटी पर उठाए सवाल
अभी तक के चुनावों में अखिलेश यादव ने अपनी काला सदरी नहीं उतारी थी। काली सदरी सफेद कुर्ता अखिलेश यादव की ट्रेडमार्क पोशाक था। लेकिन इस बार बदलाव दिखाई दे रहा है। अखिलेश यादव पीलीभीत के पूरनपुर में रैली कर रहे थे। रैली में बीजेपी पर जोरदार हमला बोला। अखिलेश ने कहा, "आपको इनकी गारंटी याद है। इन्होंने कोरोना काल में थाली और ताली बजवाई। उसी तरह इनकी गारंटी नहीं, घंटी है। जो गारंटी देते फिर रहे हैं, उनकी सरकार में हर परीक्षा का पेपर लीक हो गया। युवा जानते होंगे कि परीक्षा क्यों रद्द हुई? एक-दो नहीं, 9 या 10 पेपर लीक हुए हैं।'' अखिलेश ने अपनी रैली में किसानों के वोट बैंक को साधने की भी पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को काले कानून वापस लेने पड़े। जो लोग दिल्ली नहीं जा पाए, उन्होंने पीलीभीत में रहकर भी काले कानून का विरोध किया था। लेकिन भाजपा ने उन लोगों को सम्मान दिया, जिन्होंने किसानों पर THAR चढ़ा दी थी। THAR चढ़ाने वालों को भाजपा ने टिकट दे दिया।'
बीजेपी प्रत्याशी को इशारों में घेरा
अखिलेश यादव ने पीलीभीत से बीजेपी प्रत्याशी जितिन प्रसाद को बिना नाम लिए घेरा। उन्होंने कहा कि कोई नया प्रत्याशी आया है, जो कह रहे हैं कि हमें पहले पता होता है यहां से चुनाव लड़ना है तो पीलीभीत को बंबई बना देता। अखिलेश ने कहा कि हम कहते हैं कि इसको बंबई मत बनाओ। बंबई अर्थव्यवस्था की राजधानी है। वहां नाचा-गाना भी होता है। भाजपा प्रत्याशी कौन सा पीलीभीत बनाना चाहते हैं। आगे कहा कि ये कई दल घूम आए हैं। इनका मामला सेट हो जाता है, तो दूसरे दल में भी चले जाते हैं। इन्होंने सड़क मंत्री बनते ही घोटाला किया है।
PUBLISHED BY- ARUN CHAURASIYA
2024 के लोकसभा चुनाव की पहली रैली में अखिलेश यादव कुछ अलग ही अवतार में दिखाई दिए। हमेशा काली सदरी में दिखाई देने वाले अखिलेश यादव ने इस बार सदरी उतार दी है। सदरी की जगह उनके गले में लाल रंग का गमछा दिखाई दिया।