अखिलेश के लोकभवन को योगी ने बना लिया दफ्तर..दोनों डिप्टी सीएम को जगह नहीं..
अब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नया पता लोकभवन होगा. तल वही रहेगा लेकिन बिल्डिंग नई है. योगी आदित्यनाथ का ऑफिस अखिलेश के बनवाए हुआ लोकभवन में शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन योगी आदित्यनाथ पंचम तल पर ही बैठेंगे. इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री का दफ्तर एनक्सी भवन में था. अखिलेश यादव लोकभवन का उद्घाटन पहले ही कर चुके हैं.

लोकभवन की विशेषताएं (what is lokbhawan)
- दारुलशफा परिसर में बना है लोकभवन
- मुख्यमंत्री का कार्यालय बी-ब्लॉक में पंचम तल पर है
- मुख्य सचिव समेत 1330 अधिकारियों के बैठने की सुविधा
- ब्लॉक-ए में दो मंजिला भूमिगत पार्किंग है
- भूतल पर गार्ड रूम और पास ऑफिस है
- ब्लॉक-बी में मुख्य भवन है
- इसमें भूमिगत ऑडिटोरियम और भूतल सहित पांच मंजिला इमारत है
- बी-ब्लाक के बेसमेंट में ऑडिटोरियम, लॉबी, विशिष्ट लाउन्ज, सात लिफ्ट और रिकॉर्ड रूम हैं
- 602 सीटों वाला अंडरग्राउंड ऑडीटोरियम है
- क्लोज सर्किट टीवी कंट्रोल रूम है
- टीवी स्टूडियो, मीडिया आरामगाह हॉल है
- पांचवें तल पर मुख्यमंत्री का कार्यालय समेत कांफ्रेंस रूम है
योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditya nath) ने अपने कामकाज की शुरुआत नवरात्र में ही आज से मंगल के दिन लोकभवन से कर दी है. अब सारे सरकारी आदेश लोकभवन से ही आएंगे. मौजूदा समय में मुख्यमंत्री कार्यालय समेत दूसरे विभागों के कार्यालय एनेक्सी भवन में था. लेकिन अब ये सभी कार्यालय लोकभवन में शिफ्ट होंगे.

उत्तर प्रदेश में एक मुख्यमंत्री के अलावा दो उपमुख्यमंत्री हैं. अभी दोनों उप मुख्यमंत्रियों यानी दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्या को लोकभवन में कार्यालय नहीं मिला है. केशव प्रसाद मौर्या के पिता का देहांत होने के बाद अभी वो ठीक से काम काज संभाल नहीं पाए हैं लेकिन जल्दी ही दोनों उपमुख्यमंत्री लोकभवन में शिफ्ट होंगे.
लोकभवन (lokbhawan) की पहली मंजिल पर मुख्य सचिव का दफ्तर बनाया गया है. चौथी मंजिल पर सचिवालय बनाया गया है. प्रमुख सचिव, सचिव, विशेष सचिव और ओएसडी का कार्यालय भी यहां शिफ्ट किया किया जाएगा.

अखिलेश यादव ने विधानसभा के सामने करोड़ों रूपए की लागत से बहुत ही भवय इमारत बनवाई थी. अखिलेश यादव इस लोकभवन में बैठने भी लगे थे लेकिन बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री यहां तमाम तरह के कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं लेकिन यहां अपना दफ्तर नहीं बनाया था लेकिन अखिरकार योगी आदित्यनाथ अखिलेश की बनवाई बिल्डिंग में शिफ्ट हो गए.

योगी सरकार बनने के बाद गेट गिरने से इस बिल्डिंग में एक की मौत भी हो चुकी है. वात्तु और अच्छे दिन और बुरे दिन मानने वाले योगी आदित्यनाथ के लिए ये बिल्डिंग कितनी शुभ साबित होगी ये वक्त बताएगा. योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 5 कालिदास मार्ग पर बना मुख्यमंत्री आवास गंगा जल से धुलवाया था. और पूजा कराई थी.