योगी सरकार ने किसानों को दी बड़ी राहत, वहीं प्रवासी श्रमिकों के लिए आयोग के गठन की तैयारी

कोरोना संकट के चलते योगी सरकार लगातार गरीबों और किसानों की मदद करने में लगी हुई है. वहीँ किसानों के लिए योगी सरकार ने और और बड़ी राहत वाला फैसला लिया है.

yogi govt in preparation for formation of labor welfare commission

उत्तर प्रदेश में अब आम, सेब, हरी मटर, केला, अनार, बंद गोभी, फूल गोभी, मौसमी, अंगूर, पपीता, तरबूज, नारंगी, बैंगन, ककड़ी, खीरा, कद्दू, लौकी, गाजर, अरबी, अमरूद, मूली, पेठा, भिंडी, परवल, कटहल कच्चा, करेला, किन्नू, खरबूजा, तरोई, शकरकंद, चीकू , लीची, आवंला, कुंदरू, नाशपाती, नाख, जिमीकंद, टिंडा, बेर, माल्टा, आडू, लोबिया, कटहल पक्का, चकरोता, लोकाट, खुबानी, ब्रोकली व ग्रेपफ्रूट कुल 46 तरह के कृषि उत्पादों की बिक्री पर मंडी और विकास शुल्क नहीं लिया जाएगा.

इस आशय की अधिसूचना जारी हो गई है. ये व्यवस्था यूपी में लागू कर दी गई है. सरकार के इस फैसले से अब इन कृषि उत्पादों का सामान्य व्यापार प्रदेश में मंडी परिसर के बाहर कोई भी व्यक्ति कर सकता है. उसे किसी लाईसेंस या पंजीकरण कराने की आवश्यता नहीं होगी. इन उपजों के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा.

इतना ही नहीं मंडी में लाने के लिए कोई गेट पास लेने की जरूरत भी नहीं होगी. मंडी परिसरों की सामान्य सुविधाएं जैसे चबूतरा, प्रकाश, बिजली, पेयजल आदि का उपयोग करने पर किसान से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा लेकिन व्यापारी से एक प्रतिशत प्रयोक्ता प्रभार लिया जाएगा. मुक्त व्यापार की शुरुआत से किसानों को अपने गांव में बाजार की सुविधा मिलेगी और आय वृद्धि में मदद मिलेगी. बतादें कि सरकार इन कृषि उत्पादों को पहले ही जीएसटी से मुक्त कर चुकी है.

वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन से प्रभावित प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुट गई है. अब तक 14.75 लाख प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की स्किल मैपिंग का काम पूरा हो चुका है. आपको बतादें कि अब तक 24 लाख से ज्यादा लोगों ने यूपी का रुख कर चुके हैं.

यूपी में सोमवार को 229 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. अब तक कुल मरीजों की संख्या 6497 हो गई है. इनमें से 3660 को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गया है जबकि 2668 एक्टिव मरीज अभी आइसोलेशन में हैं.