योगी ने उठाया हंटर, ‘राजभर’ समेत सभी साथियों को पार्टी से किया ‘बर्खास्त’, राज्यपाल ने लगाई मुहर
लोकसभा चुनाव ख़त्म हो गया है. और एग्जिट पोल से ये भी साफ़ हो गया है कि बीजेपी फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है. इसलिए अब बीजेपी पहले उन लोगों का सफाया करने जा रही है जिनकी वजह से पार्टी को विपक्ष के सामने झुकना पड़ा.

इसमें पहला नाम है सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का. ये हमेशा से बीजेपी पर तंज कसते रहे हैं और पार्टी छोड़ने की धमकी देते रहे हैं. उन्होंने तो अपनी अलग पार्टी बना कर बीजेपी को इस्तीफा भी दे दिया था. मगर बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए थोड़ा संयम रखा और उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया, ताकि पार्टी की तरफ से जनता में कोई गलत सन्देश न जाये. मगर अब चुनाव होने के बाद योगी आदित्यनाथ ने हंटर उठा लिया है.
बीजेपी और योगी सरकार ने राजभर से अलग होने का मन पूरी तरह से बना लिया है. इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की सिफारिश राज्यपाल रामनाईक से की है. उधर राज्यपाल ने भी देरी न करते हुए मंजूरी दे दी हैं. मतलब अब राजभर बीजेपी में नहीं रहे.
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल व अन्य सदस्य जो विभिन्न निगमों और परिषदों में अध्यक्ष व सदस्य हैं सभी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है.
राजभर पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री थे. योगी से नाराज होकर उन्होंने चुनाव से पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था. और अपनी अलग पार्टी बना कर बीजेपी के खिलाफ 36 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था. इतना ही नहीं एक चुनावी सभा में उन्होंने बीजेपी को गाली तक दे डाली, जिसपर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है. राजभर ने चंदौली में एक बड़ा बयान दिया था. राजभर ने कहा था कि नून रोटी खाएंगे, बीजेपी को हराएंगे.