कुंभ आस्था का नहीं, चुनावी मुद्दा है, सीएम योगी ने खुद कही ये बात-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कुंभ मेले की सफलता को लेकर इसकी तैयारियों से जुड़े लोगों की सराहना की है. और कहा कि पहली बार कुंभ का आयोजन इतना भव्य हुआ है. मगर योगी ने इसके बाद जो बोला उसको सुनकर सब हैरान रह गए.

इस मौनी अमावस्या में ही करीब पांच करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया है. इसी को देखते हुए योगी ने बीजेपी विधायकों से कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र में कुंभ की सफलता को मुद्दा बनाएं. उन्होंने कहा कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने 2013 के कुंभ में स्नान करने से मना कर दिया था. क्युकी गंगा का पानी तब गंदा था. लेकिन इस बार प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन में आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री गंगा के स्वच्छ जल को देखकर बहुत खुश हुए. और उन्होंने अपने साथ आए 400 प्रवासियों के साथ संगम में डुबकी लगाई.
योगी ने अमेठी और रायबरेली के विधायकों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में फिल्म ‘एक्सीडेन्टल प्राइम मिनिस्टर’ का भी प्रदर्शन कराएं. विपक्ष का मुकाबला तार्किक ढंग से करें. योगी के साथ मौके पर दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र पाण्डेय, प्रदेश चुनाव प्रभारी जेपी नड्डा समेत सरकार के मंत्री मौजूद थे.
अब कुंभ के नाम पर बीजेपी यूपी में राजनीति करेगी. ये सभी हिन्दुओं को अपनी ओर आकर्षित करने की रणनीति है. ताकि चुनावी समय में हुन्दुओं का एक भी वोट अन्य पार्टी को न जाये. बीजेपी में हमेशा से ही आस्था के नाम पर ही वोट माँगा है. विधानसभा चुनाव में भी राम मंदिर को मुद्दा बना कर वोट माँगा गया था.
आज सीएम योगी फिर ममता के गढ़ जा रहे हैं अपनी रैली करने. वहीँ पिछली बार रैली करने से रोकने के दो दिन बाद अब बीजेपी ने ममता सरकार पर तंज कैसा है. बीजेपी ने ममता सरकार ने पूछा है हाउ इज द खौफ? पार्टी का मानना है कि टीएमसी द्वारा योगी को रोके जाने से आने वाले आम चुनाव में पार्टी को फायदा होगा.