मनमानी और बदनामी..RSS यूपी में बहुत बड़ा बदलाव करने वाली है
बांदा BANDA – ( Yogi Adityanath Not Answer Reporters Question) जहां सवाल जवाब ना हों क्या आप उसे प्रेस कॉन्फ्रेंस कहेंगे ? नहीं कहेंगे..कोई नहीं कहेगा..बिल्कुल नहीं ये प्रेस कॉन्फ्रेस नहीं है..ये अपनी कहकर दूसरों को इग्नोर करके चले जाना है..समझने के लिए आपको थोड़ा वीडियो देखना पड़ेगा..जिसमें बांदा जिले में जनता की आवाज उठाने वाले धाकड़ पत्रकार अभिषेक शुक्ला मुख्यमंत्री से बांदा की खस्ता हालत पर सवाल पूछना चाहते थे..लेकिन मुख्यमंत्री ने अपनी बात कही और चले गए.. पत्रकार अभिषेक शुक्ला चिल्लाते रहे. किसी ने नहीं सुनी…वैसे ही जैसे यूपी की जनता की कोई नहीं सुनता..
देखिए जब लोगों की सुननी ही नहीं है तो प्रेस कॉन्फ्रेंस काहे की..उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इसे प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं लिखना चाहिए..आज फला जगह पर भाषण दिया..आज ढिमका जगह पर भाषण दिया..ऐसा लिखना चाहिए..जब कैमरों के सामने मुख्यमंत्री पत्रकारों की बात नहीं सुन रहे हैं..जब जिनसे ही बात करने के लिए माइक के सामने खड़े हुए हैं..तो यूपी के लोगों की कितनी सुनी जाती होगी..सरकार और अधिकारी मिलकर क्या दुख दर्द सुनते होंगे..जनता की चीख पुकार राजा के कानों तक कैसे पहुंचेगी जब राजा अपने कान ही बंद कर लेंगे..
बांदा के धाकड़ पत्रकार अभिषेक शुक्ला ने मुख्यमंत्री से सवाल करने के लिए चिल्लाते रहे लेकिन यूपी में सुनता कौन है..ये तो बांदा की बात है..आगे झांसी की भी कहानी सुनते जाईये.. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ झांसी गए थे..वहां कुछ डॉक्टर योगी से मिलना चाहते थे..अपनी बात रखना चाहते थे लेकिन डॉक्टरों को सीएम से मिलवाने के बजाए पुलिस से पकड़वा दिया गया..कहते हैं डॉक्टरों ने मिलने की पूर्व सूचना नहीं दी थी..मतलब अप्वाइनमेंट नहीं लिया था. बूझ रहे हैं पुरानी पिक्चर के राजकुमार वाला सीन याद करिए कि बिना अप्वाइंटमेंट हमसे कोई नहीं मिल सकता..और तिरंगा वाला वो डॉयलॉग भी कि हमने आज का एक एक सेकेंड दूसरों के नाम कर दिया है. बिना अप्वाइंटमेंट मिलने की कोशिश यूपी में थाने पहुंचाती है..
यूपी के पत्रकार ब्रजेश मिश्रा ने लिखा..डॉक्टरों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए..उनसे माफी मांगनी चाहिए. कोरोना काल में झांसी के कई डॉक्टरों ने अपनी शहादत देकर, हजारों लोगों की जान बचाई है. आज अगर अपनी वो बात कहना चाहते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना अन्यायपूर्ण है. सम्मान से उनकी बात सुनिए..
यूपी के रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा कि यही है मुख्यमंत्री के पतन का कारण..दौरा जरूर करना है, पर सच्चाई नहीं देखनी..झाँसी में बिना इलाज ना जाने कितनी जिंदगियाँ चली गयी, पर ये महोदय लखनऊ से झाँसी अपने अधिकारियों की नाकामी का ढोल पीटने गए थे..अब तो जनता हताश हो गयी है, जानती है बोलने का मतलब नहीं..एक अखबार की हेडलाइन कहती है.कि ना जनता की सुनी ना जनप्रतिनिधियों की मानी..जो अफसरों ने कहा उसी पर भर दी हामी..
दोस्तों यूपी में चुनाव होने वाले हैं. और कहते हैं RSS ने बैठक करके यूपी की खराब हुई छवि पर भी चर्चा की है..इस बात की चर्चाएं गरम हो रही हैं कि 2022 के चुनाव में बहुत बड़ा बदलाव हो सकता है..हो सकता है कि इस बार बीजेपी यूपी में मुख्यमंत्री का चेहरा बदले..दोस्तों सच का साथ देते रहिए..आप अपनी राय कमेंट में जरूर दीजिए..जय हिंद…
सवाल- Question – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर किस रंग का है ? What color is the helicopter of Chief Minister Yogi Adityanath?
जवाब- Answer- मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ का हेलीकॉप्टर नीले रंग का है Chief Minister Yogi Adithnath’s helicopter is in blue color
सवाल- Question- हेलीकॉप्टर का उपयोग कब होता है? When is a helicopter used?
जवाब- Answer- हेलीकॉप्टर का उपयोग हवा में उड़ने के लिए किया जाता है Helicopters are used to fly in the air
सवाल- Question- बांदा क्या है ? What is Banda?
जवाब- Answer- बांदा भारत में पड़ने वाले उत्तर प्रदेश राज्य का एक जिला है. बांदा बंदेलखंड में स्थित है. Banda is a district in the state of Uttar Pradesh in India. Banda is located in Bandelkhand.
सवाल- Question- मुख्यमंत्री बांदा क्या करने गए थे ? What did Chief Minister Banda go to do?
जवाब- Answer – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बांदा कोरोना की स्थितयों का जायजा लेने गए थे. Chief Minister Yogi Adityanath Banda went to take stock of the situation in Corona.
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