यादव परिवार की सबसे बड़ी मुसीबत टली, कोर्ट ने विश्वनाथ चतुर्वेदी की याचिका को खारिज किया

नेता जी मुलायम सिंह यादव के परिवार के सर से सबसे बड़ी मुसीबत अब टल गई है…सालों से आय से अधिक संपत्ति के मामले में यादव परिवार पर जो खतरा मंडरा रहा था उससे सुप्रीम कोर्ट ने अब उन्हें रहत दे दी है….सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया कि अब जब मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh Yadav ) ही नहीं रहे तो इस केस में बचा ही क्या है ? …सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब इस मामले में CBI ने ही 7 अगस्त 2013 को प्रारंभिक जांच के बाद केस बंद कर दिया था तो अब इस पर दोबारा बहस करने का कोई मतलब नहीं बचा …साथ में उस अर्जी को खारिज कर दिया गया , जिसमें अखिलेश यादव ( Akhilesh yadav ) , मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh Yadav ) और बाकि लोगों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में CBI की क्लोजर रिपोर्ट पर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने की मांग हुई थी…
मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh Yadav ) के खिलाफ जांच बंद करने की सीबीआई की रिपोर्ट की कॉपी की मांग वाली याचिका को खारिज…ये मांग कांग्रेसी नेता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने की थी ….अपनी इस याचिका में चतुर्वेदी ने कहा था …
“सीबीआई ने मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और बाकि लूगों को प्रोटेक्ट करने के मकसद से मामले में छानबीन सही तरह से नहीं की और कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की ,ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को मामले में सीबीआई के खिलाफ सही आदेश पारित करना चाहिए। “

दोस्तों ये मामला 2005 में शुरू हुआ था जब यादव परिवार पर कांग्रेस के विश्वनाथ चतुर्वेदी ने अवैध संपत्ति का मामला दर्ज कराया था….. तब आरोप लगाया गया था कि साल 1999 से 2005 तक मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने गैरकानूनी तरीके से 100 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है …जिसके बाद इस मामले में मुलायम सिंह यादव,( Mulayam Singh Yadav ) उनके बेटे अखिलेश यादव ,प्रतीक यादव और बहू डिंपल यादव को आरोपी बनाया था। हालांकि, बाद में इस केस से बहू डिंपल यादव का नाम हटा दिया गया…फिर 7 अगस्त 2013 को सीबीआई ने सही सबूत नहीं मिलने पर जांच बंद कर दी थी …. इसके खिलाफ साल 2019 मे चतुर्वेदी ने याचिका दायर कर के CBI के जांच बंद करने के फैसले को चुनौती दी थी … तब केस फिर खुला …लेकिन कोर्ट ने याचिका को ख़ारिज कर दिया … कोर्ट ने यह भी कहा कि पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का निधन हो चुका है तो फिर अब इस केस में बचा ही क्या है … इस दलील दी गई कि मुलायम सिंह ( Mulayam Singh Yadav ) के खिलाफ कार्रवाई बंद की गई है, लेकिन उनके बेटों अखिलेश और प्रतीक के खिलाफ भी तो आरोप था…लेकिन इसपर यादव परिवार वाले वकील कपिल सिब्बल बोले – CBI ने जांच के बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी और कहा कि रेगुलर केस का कोई मतलब नहीं बनता है ..जिसके बाद केस को बंद कर दिया गया ! …दोस्तों करीब 10 साल पहले इस मामले को बंद किए जाने के बाद भी विश्वनाथ चतुर्वेदी ने हार नहीं मानी थी….सालों से वो यादव परिवार के लिए मुसीबत बने हुए है …. इसलिए अब सवाल ये है कि उनका अगला कदम क्या होगा ?