अखिलेश को देख कर क्यो मुस्कुराई रही थी अदिति और रागिनी
आज सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) सदन में भारतीय जनता पार्टी के कारनामों का कच्चा चिटठा खोल रहे थे तो पीछे बैठी दो महिलाएं अखिलेश ( Akhilesh Yadav ) को देख कर मुस्कुरा रही थी ! अब आप सोचेंगे के मुस्कुराते तो सब ही हैं….किसी की कोई बात पसंद आ जाए तो मुस्कुरा कर उसकी हौसला अफजाई कर देनी चाहिए ! …तो फिर अगर कोई अखिलेश को देख कर …उनकी बाते सुन कर मुस्करा रहा है तो इसमें अलग क्या है ?
दोस्तों इसमें हैरानी की बात ये है कि ये दोनों महिलाए अलग अलग पार्टी की हैं …. इन दोनों में से एक सपा की नेता रागिनी सोनकर हैं तो दूसरी बीजेपी की अदिति सिंह है !
चलिए सपा नेता रागिनी सोनकर ( Ragini Sonkar ) का मुस्कुराना तो समझ आता है …कि अपने पार्टी के प्रमुख कि बात से वो सहमात थी,…इसी लिए ख़ुशी से मुस्कुरा रही थी ….लेकिन अदिति सिंह का क्या ? वो अखिलेश की बात पर क्यों मुस्कुराई ?
दरअसल सदन में अखिलेश ( Akhilesh Yadav ) कई मुद्दों पर भाजपा को घेर रहे थे … इस दौरान उन्होंने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप अमेरिका की तरह सड़क बनाना चाहते है….मैंने हमेशा कहा कि अमेरिका ने सड़कें बनाई और सड़कों ने अमेरिका बनाया …. अखिलेश ने अंग्रजी में कहा – मैं कहता था … if you can double the speed, you can triple the economy ! ….सीएम योगी को देकर कर उन्होंने यही बात दो बार दोहराई …if you can double the speed, you can triple the economy और फिर सिएम योगी से पूछा कि नेता सदन आपको ये बात समझ में तो आ गई ना ?
जब अखिलेश सिएम योगी से ये सवाल कर रहे थे तो योगी के बाए तरफ , तीसरी लाइन में बैठी अदिति सिंह ( Aditi singh ) मुस्कुरा रही थी ! अदिति बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं….कई बड़े मुद्दों पर अदिति खुल कर अपना पक्ष रखती रहती है …लेकिन जब भजपा सरकार के मुख्यमंत्री विपक्ष के तीखे सवालों का सामना कर रहे थे…उस वक़्त रागिनी की ये मुस्कान काई सवाल खड़े कर रही है !
आपको बता दें अदिति सिंह ( Aditi singh ) ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थामा है… 2017 के विधानसभा चुनाव में अदिति सिंह ( Aditi singh ) ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर रायबरेली से 90 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीता था….बीजेपी के साथ संबंध रखने के कारण अदिति सिंह को कांग्रेस पार्टी ने निष्काषित कर दिया था जिसके बाद उन्होंने 24 नवंबर साल 2021 को आधिकारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गईं….वही अब अखिलेश की बात पर मुस्कुराना,,उनकी वफादारी पर सवाल खड़े कर रहा है ! आप क्या सोचते हैं ? हमे कमेंट करके बताइए