Uttarkashi Tunnel Rescue: कौन हैं 41 मजदूरों की जान बचाने वाले मसीहा अर्नोल्ड डिस्क?

By UltaChashmaUC | November 29, 2023

आज हम आपको 41 मजदूरों की जान बचाने वाले मसीहा अर्नोल्ड डिक्स (Arnold dix) के बारे में बताएंगे। ऑस्ट्रेलिया के अर्नोल्ड डिक्स वो शख्स हैं, जिन्होंने उत्तराखंड टनल (uttarakhand tunnel) में फंसे हुए 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का जिम्मा उठाया। उत्तरकाशी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का पूरा जिम्मा डिक्स ने अपने कंधों पर लिया। इस ऑपरेशन की प्लानिंग से लेकर लोगों की सेफ्टी तक सब कुछ अर्नोल्ड ने ही संभाला। आपको बता दें, ऑस्ट्रेलिया के अर्नोल्ड डिक्स स्विट्जरलैंड में 79 देशों के इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। जब उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यह मुसीबत उन 41 मजदूरों पर टूटा तो भारत सरकार को इनका सहारा लेना पड़ा। अर्नोल्ड डिक्स अंडरग्राउंड टनलिंग के मामले में दुनिया के सबसे नामी एक्सपर्ट्स में से एक हैं।

 

रैट माइनर्स के जरिए मजदूरों को बाहर लाया जा रहा  
12 नवंबर 2023 को जब पूरा देश दिवाली का जश्न मना रहा था तब उत्तराखंड में चार धाम प्रोजेक्ट के तहत बन रही सिल्क्यारी टनल में लैंडस्लाइड हो गया। उस हादसे ने 41 मजदूरों की दिवाली की रोशनी छीन ली और वह उस सुरंग के अंदर फंस गए। 12 नवंबर से लेकर 28 नवंबर तक एनडीआरएफ की टीम, बचाव कर्मी और टनल के पास मौजूद सभी लोग मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश में लगे हुए थे और आखिर में ये परीक्षा की घड़ी खत्म हो गई। वो लोग आज अपने परिवार के लोगों से मिल सके। उनके बचाव के लिए देश विदेश से बहुत सी मशीनें मंगाई गईं पर सब की सब फेल हो गईं। आखिर में रैट माइनर्स (Rat miners) के जरिए इस रेस्क्यू को अंजाम दिया गया।

 

अर्नोल्ड के बल बूते मजदूर सलामत
उन मजदूरों को वहां से निकालने के लिए ऑस्ट्रेलिया के अर्नोल्ड डिक्स को बुलाया गया। 20 नवंबर को डिक्स टनल के पास पहुंचे। उन्होंने पिछले 17 दिनों में काम कर रहे सभी लोगों को हमेशा पॉजिटिव रहने की सलाह दे रहे थे। डिक्स दिन-रात टनल के अंदर फंसे मजदूरों के संपर्क में रहे। दोस्तों आज जब वह मजदूर एक नई जिंदगी के साथ अपने परिवार से मिल रहे हैं तो उसका क्रेडिट सभी बचाव कर्मियों को भी जाता है पर उसे अंजाम तक पहुंचाने का काम अर्नोल्ड के बल बूते पर हुआ है।

 

कई अवार्ड से सम्मानित हुए हैं अर्नोल्ड
दोस्तों, अब हम आपको डिक्स की उपलब्धियों के बारे में बताते हैं। प्रोफेसर डिक्स को उनके महान कामों के लिए कई अवार्ड मिले हैं। साल 2011 में उन्हें टनल अग्नि सुरक्षा के लिए “एलन नेलैंड ऑस्ट्रेलेशियन टनलिंग सोसाइटी का बाई-एनुअल अवार्ड मिला”। अभी हाल ही, 2022 में, उन्हें यूएस के नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएटेड की तरफ से कमेटी सर्विस अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। डिस्क अंडरग्राउंड कंस्ट्रक्शन से जुड़े रिस्क पर सलाह देने का काम भी करते हैं। दोस्तों, डिस्क के पास इंजीनियरिंग, भूविज्ञान, और रिस्क मैनेजमेंट जैसे विषयों पर पिछले 30 सालों का अनुभव है। अर्नोल्ड अंडरग्राउंड वर्क्स चैंबर्स, विक्टोरियन बार, ब्रिटिश इंस्टीट्यूट ऑफ इन्वेस्टिगेटर्स के सदस्य भी हैं और टोक्यो सिटी यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग में विजिटिंग प्रोफेसर भी हैं। दोस्तों प्रोफेसर डिक्स मजदूरों की सहायता के लिए 20 नवंबर से सिल्क्यारा में डेरा डाले हुए हैं। जो उन्हें बाहर लाने के लिए नाजुक कड़ी में मेहनत कर रहे हैं।\

 

अर्नोल्ड डिक्स ने भगवान बौख नाग से की प्रार्थना
शाम 7.50 मिनट पर उन 41 मजदूर साथी सही सलामत उस सुरंग से बाहर आ गए। मजदूरों के बाहर आने के बाद सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए एंबुलेंस और डॉक्टरों की फौज लगा रखी है। आज मंगलवार के दिन 17 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद मजदूर भाई उस सुरंग से बाहर आए हैं। इसी बीच दोस्तों, अर्नोल्ड डिक्स सुरंग के पास बैठकर उन मजदूरों के लिए भगवान बौख नाग (Baba boukh nag) से प्रार्थना कर रहे थे। यह तस्वीर बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

published by- Arun chaurasiya

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