क्यों लापता हुए 8200 करोड़ की संपत्ति वाले वी.जी. सिद्धार्थ, चिट्ठी लिख कर बताई बड़ी वजह
कैफे कॉफी डे (सीसीडी) ब्रांड नाम से कॉफी रेस्तरां चलाने वाली कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन-प्रबंध निदेशक वी.जी. सिद्धार्थ सोमवार की शाम से लापता हो गए हैं. प्रशासन के साथ नेता भी उनको ढूंढने में लगे हुए हैं.
सिद्धार्थ, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम.कृष्णा के दामाद हैं. वीजी सिद्धार्थ भारत के सफल कारोबारियों में से एक हैं. सिद्धार्थ की पहचान उनके काम से है, इसलिए उन्हें ‘कॉफी किंग’ भी कहा जाता है. साल 1996 में सिद्धार्थ ने कैफे कॉफी डे की शुरुआत की. इससे उन्हें बेहद सफलता प्राप्त हुई। केवल भारत ही नहीं, बल्कि कंपनी के आउटलेट कई देशों में खुले. ऑस्ट्रिया, कराची और दुबई में भी कंपनी के आउटलेट हैं. कैफे कॉफी डे का सीधा मुकाबला टाटा ग्रुप की स्टारबक्स से है.
फिर पिछले दो साल में सीसीडी की रफ्तार घटी और कंपनी का कर्ज भी बढ़ गया. सीएमआईई के डाटा के अनुसार, कंपनी पर मार्च 2019 तक 6547.38 करोड़ रुपये का कर्ज है. मार्च तिमाही में सीसीडी को 22.28 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था. फिर कल सोमवार की रात को अचानक कहीं गायब हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक वो सक्लेश्पुर जा रहे थे लेकिन अचानक उन्होंने अपने चालक से मंगलुरु चलने को कहा और फिर दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रवती नदी पर बने पुल के पास वे कार से उतर गए और उन्होंने चालक से कहा कि वो टहलने जा रहे हैं. उसके बाद उनका पता नहीं चला.
वहीं एक पत्र सामने आ रहा है जो सिद्धार्थ ने कैफे कॉफी डे के कर्मचारियों और निदेशक मंडल को लिखा था. पत्र में उन्होंने लिखा कि हर वित्तीय लेनदेन मेरी जिम्मेदारी है, कानून को मुझे और केवल मुझे जवाबदेह रखना चाहिए. जिन लोगों ने मुझ पर विश्वास किया उन्हें निराश करने के लिए मैं माफी चाहता हूं. मैं लंबे समय से लड़ रहा ता लेकिन आज मैं हार मानता हूं क्योंकि मैं एक प्राइवेट इक्विटी लेंडर पार्टनर का दबाव नहीं झेल पा रहा हूं, जो मुझे शेयर वापस खरीदने के लिए फोर्स कर रहा है. इसका आधा ट्रांजैक्शन मैं 6 महीने पहले एक दोस्त से बड़ी रकम उधार लेने के बाद पूरा कर चुका हूं.
दूसरे लेंडर भी दबाव बना रहे थे जिस कारण मैं हालात के सामने झुक गया हूँ. मेरा इरादा किसी को गुमराह या धोखा देने का नहीं था. एक कारोबारी के तौर पर मैं विफल रहा. उम्मीद है कि एक दिन आप समझेंगे, मुझे माफ कर दीजिए. हमारी संपत्तियों और उनकी संभावित वैल्यू की लिस्ट संलग्न कर रहा हूं. हमारी संपत्तियां हमारी देनदारियों से ज्यादा हैं. इनसे सभी का बकाया चुका सकते हैं. बतादें सिद्धार्थ 8200 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं.
इसके बाद सिद्धार्थ ने अपने खत में आयकर विभाग का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि एक पूर्व डीजी ने उनके शेयर्स को दो बार अटैच किया जिससे माइंडट्री के साथ उनकी डील ब्लॉक हो गई और फिर कॉफी डे के शेयर्स की जगह ले ली, जबकि संशोधित रिटर्न्स उनकी ओर से फाइल किए जा चुके थे. सिद्धार्थ ने इसे अनुचित बताते हुए लिखा कि इसके कारण पैसे की कमी हो गई थी.
पुलिस अब आयकर विभाग के पूर्व डीजी से पूछताछ करेगी. इसके अलावा विभाग के जेडी और जोनल निदेशक को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. वहीं पुलिस उन दो उद्योगपतियों की कॉल डिटेल निकाल रही है. बताया जा रहा है कि इन दोनों ने कई बार सिद्धार्थ के साथ बातचीत की है. जांच के बाद सामने आएगा कि क्या ये वही लोग हैं, जिनके अत्यधिक दबाव का जिक्र सिद्धार्थ ने अपने पत्र में किया है.
Founder & owner, Cafe Coffee Day (CCD), #VGSiddhartha‘s letter to employees and board of directors of CCD, states, “Every financial transaction is my responsibility…the law should hold me & only me accountable.”; He has gone missing from Mangaluru, search operation underway. pic.twitter.com/0GJc5vmvYt
— ANI (@ANI) July 30, 2019
वहीं बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने गृहमंत्री अमित शाह से इस मामले में मुलाक़ात की है. और शाह को एक पत्र भी सौंपा,इस पत्र में कैफे कॉफी डे के लापता मालिक वीजी सिद्धार्थ का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार की मदद मांगी है. करंदलाजे ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी मदद के लिए पत्र लिखा है. उधर दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त सेंथिल शशिकांत सेंथिल ने बताया कि 200 से अधिक पुलिसकर्मी और गोताखोर 25 नौकाओं के जरिए उनकी तलाश कर रहे हैं. खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है.