‘कैफे कॉफी डे’ के मालिक ने की खुदकुशी, नेत्रावती नदी से मिला शव
हर शहर में हर चौथी गली में हर मेट्रो स्टेशन पर हर बस अड्डे पर आपको कॉफी पीने की दुकान कैफे कॉफी डे के नाम से मिल जाएगी..पूरे भारत में कैफे कॉफी डे की लंबी चौड़ी चेन है. लेकिन हम आपको इसके बारे में क्यों बता रहे हैं. इसिलिए बता रहे हैं क्योंकि जिस आदमी ने पूरे देश को कॉफी पिलाने का जिम्मा ले रखा था उसने नदी में कूदकर जान दे दी. है ना हैरान करने वाली बात.

करोड़पति आदमी वीजी सिद्धार्थ को नदी में क्यों कूदना पड़ा. चलिए बताते हैं-
कर्नाटक के पूर्व सीएम एसएम कृष्णा के दामाद और कैफे कॉफी डे के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ का शव मंगलुरू में नेत्रावती नदी से बरामद किया गया है. आखिरी बार उन्हें दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा में नेत्रावती नदी के ऊपर बने पुल पर देखा गया था. सोमवार की दोपहर सिद्धार्थ बेंगलुरु से हासन जिले के लिए कार से रवाना हुए थे. रास्ते में उन्होंने ड्राइवर से मंगलुरु चलने को कहा फिर नेत्रवती नदी के पुल पर पहुंचने के बाद कार रुकवा दी. इसके बाद ड्राइवर से कहा, वे टहलने जा रहे हैं. इंतजार करो. दो घंटे बाद भी सिद्धार्थ के नहीं लौटने पर ड्राइवर ने पुलिस से संपर्क किया और लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई.
उनका 27 जुलाई का एक पत्र सामने आया था, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानियों के बारे में बताया था. इस पत्र में उन्होंने कंपनी को हो रहे भारी नुकसान और कर्ज का भी जिक्र किया था. साथ ही आयकर विभाग के पूर्व डीजी के दबाव की बात भी कही थी. उन्होंने अपनी आइटी कंपनी माइंडट्री को (एलएंडटी) को बेच दिया था. कोका-कोला की भी उनकी कंपनी कैफे कॉफी डे को खरीदने की बात चल रही थी. कोका-कोला इस कॉफी चेन को खरीदकर अपने कारोबार को और व्यापक बनाना चाह रही थी.
रिपोर्ट के मुताबिक 60 वर्षीय कारोबारी सिद्धार्थ पर पिछले कुछ सालों में करीब 3000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज चढ़ गया था. सीएमआईई के डाटा के अनुसार, कंपनी पर मार्च 2019 तक 6547.38 करोड़ रुपये का कर्ज है. मार्च तिमाही में सीसीडी को 22.28 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था.