CM योगी का बड़ा फैसला, 35% अंक लाने पर बन सकते हैं इंस्पेक्टर, इस पर लगाया जुर्माना

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को लोकभवन में बैठक हुई और इस बैठक में यूपी पुलिस में दरोगा से इंस्पेक्टर बनने के लिए होने वाली विभागीय परीक्षा पर फैसला लिया गया है.

uttar pradesh yogi adityanath cabinet meeting
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सीएम योगी कि मंजूरी के बाद विभागीय परीक्षा में अब सिर्फ 35 प्रतिशत अंक लाने पर भी प्रमोशन हो जाएगा. मतलब अब 35 प्रतिशत अंक लाने पर भी दरोगा से इंस्पेक्टर बन सकते हैं. इससे पहले पास होने के लिए 50 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होता था पर अब 35 प्रतिशत अंक होने पर भी उत्तीर्ण माने जाएंगे पर ओवरऑल 50 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होगा.

इसके साथ ही डिफेंस कॉरिडोर के लिए अलीगढ़ में कृषि विभाग की 43.48 हेक्टयर जमीन को औद्योगिक विकास विभाग को निशुल्क ट्रांसफर की मंजूरी दे दी गई है. और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में उपनिदेशक से सयुंक्त निदेशक पर प्रमोशन के संदर्भ में सेवा नियमावली में बदलाव किया गया है. नियम न होने के चलते पद खाली पड़े थे. अब भरे जा सकेंगे.

सबसे बड़ी बात ये है कि नगर निगम लखनऊ और गाजियाबाद के लिए म्युनिसिपल बांड और अवस्थापना विकास निधि के लिये क्रेडिट रेटिंग को मंजूरी दे दी गई है. पहली बार यूपी में मार्केट से पैसा लिया जाएगा. लखनऊ के लिये 200 करोड़ जबकि गाजियाबाद के लिये 150 करोड़ रुपया मार्केट से उठाया जाएगा.

वहीं दूसरी तरफ पीसीएस जे परीक्षा में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आयोग में भ्रष्टाचार के खिलाफ जल्द ही बड़े स्तर पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं. उन्होंने ये भी कहा है कि भ्रष्ट अफसर जेल भेजे जाएंगे.

एक बात और आपने ये अक्सर देखा होगा की ज्यादातर लोग राज्य सरकार का लोगो इस्तेमाल करते हैं. और सरकार का रौब झाड़ते हैं. मगर अब उनकी ये हेकड़ी नहीं चलने वाली है. क्युकी सीएम योगी ने साफ़ कह दिया है कि राज्य सरकार का लोगो अनधिकृत तरीके से इस्तेमाल करना अपराध माना जायेगा. इसे दंडनीय अपराध बनाया जाएगा. और इसमें दो साल तक की सजा और 5 हजार रुपये तक जुर्माना देना होगा.