विधानसभा की 12 सीटों पर उप-चुनाव, तैयारियां शुरू, चढ़ा सियासी पारा

लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा के उपचुनाव में भी यूपी में सियासी घमासान देखने को मिलेगा. उत्तर प्रदेश की 12 सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव होने हैं. जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं.

uttar pradesh vidhansabha by election
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने भारत निर्वाचन आयोग को इसकी सूचना दी है. सूचना में 12 सीटों का ज़िक्र है. 11 तो वो हैं जो लोकसभा चुनाव जीत कर विधायक से सांसद बन गए हैं और एक हमीरपुर की सीट खाली हुई है. जिसमें निर्वाचित विधायक को उम्रकैद हो गई है. इसलिए इस बार 12 सीटों पर उपचुनाव कराये जायेंगे. इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है और बहुत जल्द ही चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो सकता है.

वहीं उपचुनाव को देखते हुए सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है. सभी पार्टियों ने फिर से पूरा जोर लगा दिया है. ताकि 3 से 4 सीटें निकाल सकें. यूपी में मायावती की बात करें तो उनके लिए हारने को कुछ है नहीं, जीतने को सारा मैदान और लड़ने का भरपूर मौका भी है. लोकसभा में वैसे भी अखिलेश के साथ गठबंधन करके अपने खाते में 10 लोकसभा सीटें ला चुकी हैं. और इस बार उन्होंने अकेले अपने ही दम पर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है.

दूसरी तरफ कांग्रेस भी निकाय और विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी में है. प्रमुख विपक्षी पार्टी श्रीनगर नगरपालिका और बाजपुर नगरपालिका के चुनाव के साथ ही पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी की काट के लिए अपनी रणनीति को धार देगी. 18 जून को प्रस्तावित प्रदेश कांग्रेस कमेटी की विस्तारित बैठक के एजेंडे में निकाय और विधानसभा उपचुनाव के मुद्दों को भी शामिल किया गया है.

उधर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पूरी जोर लगाए हुए हैं. वे भी विधानसभा के उपचुनाव अकेले लड़ने जा रहे हैं. लेकिन इस बार अखिलेश के साथ उनके पिता मुलायम भी इस रणनीति में शामिल होंगे. क्युकी सपा 2017 के विधानसभा चुनाव से अबतक बहुत कुछ गवां चुकी है. अब मुलायम फिर से सपा को मजबूत करने में लग गए हैं.