1 लाख बेटियों की शादी कराने जा रही है योगी सरकार, बनाई गई ये योजना
सामूहिक विवाह तो आपने सुने और देखे भी होंगे. कई समाजसेवी और एनजीओ मिलकर गरीबों के लिए ऐसा करते रहते हैं. वहीँ दूसरी तरफ गरीब परिवार की बेटियों की शादी कराने में योगी सरकार भी आगे रही है. और सरकार अब इस आयोजन को और भव्य, धूमधाम और गरिमापूर्ण बनाने जा रही है.

इस सामूहिक विवाह के आयोजन के जरिए योगी सरकार आने वाले चुनाव को भी साधने की कोशिश करेगी. क्युकी इस सामूहिक विवाह के जरिये योगी सरकार वर और वधू को मिलकर सीधा दो लाख परिवारों तक अपनी पहुंच बनाएगी. उनके घरों तक सरकार सीधे पहुंचेगी. इसलिए इस आयोजन में सरकार के सभी मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को इसमें सक्रिय रहने को कहा गया है.
आपको बतादें कि योगी सरकार ने अगले साल मार्च तक एक लाख बेटियों की शादी कराने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए सबसे पहले सरकार वैवाहिक मुहूर्त के हिसाब से चार शुभ तिथियां तय करेगी. फिर उसी के अनुसार आयोजन की तैयारियां होंगी. ये सब समाज कल्याण विभाग के ही अंतर्गत होगा. विभाग ने वर्ष 2019-20 में एक लाख जोड़ों के विवाह का लक्ष्य तय किया है.
इसकी जानकारी प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज कुमार ने शासन और फील्ड के अफसरों को दे दी है. इस आयोजन को ध्यान में रखते हुए सभी जिलाधिकारियों को विशेष रूप से कहा है कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए काम पर लग जाएँ. और इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रत्येक बेटी की शादी पर सरकार 51 हजार रुपये खर्च करेगी.
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विकास योजना’ का एलान किया था. और इस योजना में सरकार एक लड़की की शादी पर 35 हजार रुपये खर्च करती थी. मगर सीएम योगी ने पिछले गणतंत्र दिवस पर ये राशि बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दी थी. इसलिए इस बार प्रत्येक बेटी की शादी पर सरकार 51 हजार रुपये खर्च करेगी.