चुनाव के बाद CM योगी की पहली कैबिनेट बैठक, इन प्रस्तावों पर लगी मुहर, देखें-
लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट बैठक हुई. जिसमें गो वंश संरक्षण और संवर्धन कोष नियमावली-2019 को मंजूरी देने के साथ ही सात प्रस्तावों पर मुहर लग गई है.

इस बैठक में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अभिनंदन और जनता के लिये धन्यवाद प्रस्ताव पास किया गया. इसके अलावा शांतिपूर्ण रूप से चुनाव कराने के लिये सभी स्टॉक होल्डर्स का आभार व्यक्त किया गया. इसके बाद गौ-संरक्षण और गन्ना किसानों के हक में फैसले लिए गए.
- राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम-1973 1975 में संशोधन का प्रस्ताव पारित किया गया.
- अमेठी के सभी कॉलेज, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के बजाय डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या से संबद्ध होंगे.
- चालू सत्र के लिए राज्य सरकार की स्थानांतरण नीति में संशोधन के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है.
- स्थानांतरण नीति में संशोधन के जरिये राज्य कर्मचारियों के तबादलों के लिए अंतिम समयसीमा को 31 मई से बढ़ाकर 30 जून कर दी गई है.
- यूपी गन्ना आपूर्ति विनिमय-क्रय में बदलाव के प्रस्ताव पर मुहर लगी.
- गन्ना अधिनियम की धारा-18 में संशोधन किया जाएगा.
- इससे गन्ना विकास समिति और गन्ना विकास परिषद का आयकर का 1767 करोड़ रुपये बचेगा.
- पिछले 2 साल में 1.67 करोड़ रुपये टैक्स में चले गए.
- गौ संवर्धन नियमावली में बदलाव कर गौ आश्रय स्थल के संचालन की नियमावली बन गई है. इसके लिए कार्पस फंड बनाया जाएगा.
- जेवर एयरपोर्ट के लिए 30 मई को ग्लोबल टेंडर खुलेंगे.
- कैबिनेट ने आरएफपी और आरएफक्यू को मंजूरी दी है.
- 894 करोड़ रुपये पुनर्वास के लिए भी मंजूर किया गया है.
- रमाला चीनी मिल को चलाने लिए पूरा धन अब राज्य सरकार देगी.
इसके साथ ही बाराबंकी में जहरीली शराब कांड को लेकर भी की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त हैं. इसकी जांच के लिए अयोध्या के कमिश्नर, आईजी और आबकारी कमिश्नर की एक संयुक्त जांच कमेटी बनाई गई है. साथ ही इस मामले में 48 घंटे में रिपोर्ट तलब भी की गई है. सीएम योगी ने कानून बदलने के संकेत भी दिए गए हैं.