2019 का चुनाव जीतने के लिए योगी ने खेला ‘आरक्षण कार्ड’, 40 लाख लोगों को मिलेगा लाभ
Ulta Chasma Uc : देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं अब सिर्फ परिणाम आना ही बाकी है. अब अगला टारगेट 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव है. वहीँ लोकसभा चुनाव (LokSabha Elections) से पहले यूपी सरकार (UP Government) ने प्रदेश अपनी जीत के लिए के सिख (Sikh) और मुस्लिम जाटों को लुभाना शुरू कर दिया है. इसके लिए सरकार ने आरक्षण (Reservation) का अपना बड़ा पत्ता खोल दिया है.

मालूम हो कि अभी तक प्रदेश में जाटों को सिर्फ अन्य पिछड़ा वर्ग में ही आरक्षण का लाभ मिल पाता था. लेकिन अब योगी सरकार की मेहरबानी से उत्तर प्रदेश के सभी मूल निवासी मुस्लिम और सिख जाटों को ओबीसी का लाभ मिलेगा. जिसकी जानकारी अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने गुरुवार को रामपुर में पत्रकारों से बातचीत करते समय दी. उन्होंने पांच दिसंबर को जारी शासनादेश की प्रतियों को दिखाते हुए पूरे आदेश की जानकारी दी.
पिछड़ा वर्ग कल्याण निदेशक ने भी शासनादेश जारी कर सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को ये निर्देश दे दिए है की सभी लोगों के जाति प्रमाण ओबीसी के अंतर्गत ही जारी किये जायें. उत्तर प्रदेश में लाखों की संख्या में सिख और मुस्लिम जाट रहते हैं, सभी को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए योगी सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. सभी जाट वर्ष 1999-2000 से सामान आरक्षण मिलने के लिए संघर्ष कर रहे थे. लेकिन चुनाव को देखते हुए उनकी ये कामना अब पूरी हो गई है. 38 से 40 लाख सिख एवं मुस्लिम जाट को मिलेगा लाभ.
आरक्षण की मांग के चलते ही बुधवार को बहराइच से बीजेपी संसद सावित्री बाई ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया. इस्तीफ़े के साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी समाज में विभाजन पैदा कर रही है. जाति-धर्म के नाम पर लोगों को बांट रही है. बीजेपी दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी है और आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है.
Web Title : up government give reservation to muslim and sikh jats
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