राम मंदिर मुद्दा हमें सौपें, 24 घंटे में कर देंगे इसका निपटारा: सीएम योगी
अयोध्या राम मंदिर का मुद्दा आए दिन गर्मा जाता है. कभी नेता तो कभी मंत्री कुछ न कुछ बोला ही करते हैं. वहीं अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया है. जिसके बाद से सियासी गलियारे में हलचल मच गई है.
सीएम योगी ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान कहा कि राम मंदिर पर जनता के सब्र का बांध कभी भी टूट सकता है. अगर सुप्रीम कोर्ट इस विवाद पर जल्द फैसला सुनाने में असमर्थ है तो कोर्ट ये मामला हमें सौंप दे, हम 24 घंटे में इस मामले का निपटारा कर देंगे. जब रिपोर्टर ने योगी से पूछा की आप इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाएंगे या फिर किसी और तरीके से ? इस पर योगी ने कुछ नहीं बोला और कहा की पहले कोर्ट को इस मुद्दे को हमें सौंपने दीजिए.
राम जन्मभूमि मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने के लिए लखनऊ पहुंची साध्वी ऋतंभरा ने भी अयोध्या में मंदिर बनाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि मंदिर बनाने के मामले में देरी करना हिन्दू आस्था के साथ मजाक है. हिंदू समाज का हृदय भगवान राम के साथ धड़कता है. निर्णय लें या फिर न्यायालय जल्द न्याय दें. समय पर न्याय न देना भी अन्याय ही है. धैर्य की कोई सीमा नहीं होती लेकिन प्रतीक्षा की सीमा होती है.
साल 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी अपने फैसले में यह माना था कि बाबरी ढांचे को हिन्दू मंदिर या स्मारक तोड़ने के बाद बनाया गया था.
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर बनाये जाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर कहा था कि फारुख अब्दुल्लाह और कई संगठन हमेशा से ये कहते आ रहे हैं कि राम मंदिर तो कहीं भी बन सकता है. अरे मुझे ये सब बताएं क्या हज के लिए मक्का-मदीना जाने वाले वैटिकन सिटी जाना पसंद करेंगे? इसका जवाब दें. अगर ऐसा नहीं हो सकता है तो फिर देश के सौ करोड़ हिंदू भी अयोध्या में ही राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं. किसी को बोलने का कोई हक़ नहीं है.