हाईस्कूल-इंटर यूपी बोर्ड परीक्षा आज से शुरू, पढ़ें बोर्ड का नया फरमान..
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा बृहस्पतिवार यानि आज से शुरू हो चुकी है. सभी परीक्षार्थी इस दिन का बड़े ही बेसब्री से इंतज़ार करते हैं. सभी स्टूडेंट्स का हाईस्कूल पहला और इंटर दूसरा पड़ाव होता है. इसके बाद आगे का सफर शुरू होता है कि आगे क्या करना है.

यूपी बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने के लिए प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ एसटीएफ को भी परीक्षा की जिम्मेदारी दी गई है. यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए 1314 संवेदनशील और 448 अतिसंवेदनशील केंद्र चिह्नित किए गए हैं. बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल के 3195603 और इंटरमीडिएट के 2611319 कुल 5806922 परीक्षार्थी 8354 केंद्रों पर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं.
10वीं की परीक्षा 7 फरवरी से 28 फरवरी के बीच 14 कार्यदिवसों में कराई जाएगी. जबकि 12वीं की परीक्षा 7 फरवरी से 2 मार्च के बीच 16 दिनों में कराई जाएगी. 10वीं-12वीं की परीक्षा में सम्मिलित हो रहे 5806922 छात्र-छात्राओं के लिए 4.37 करोड़ उत्तरपुस्तिकाएं छपवाकर परीक्षा केंद्रों में भेजी गई है. 2019 की बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन 7 मार्च से संभावित है. और अगर 21 मार्च को कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हो जाता है तो एक महीने के बाद 21 से 23 अप्रैल तक 10वीं-12वीं का परीक्षाफल एक साथ घोषित हो सकता है.
नकल और उत्तर पुस्तिकाओं की हेराफेरी पर रोक के लिए सभी जनपदों के लिए क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था है. पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या के लिहाज से कुल 04 करोड़ 37 लाख उत्तर पुस्तिकाएं तैयार कराकर जिलों में भेजी जाएंगी.
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड के पास लगातार आती है कि उनकी कॉपी बदल दी गई है. इस प्रकार की शिकायतों को दूर करने और नकल रोकने के लिए शासन के निर्देश पर बोर्ड ने पहली बार कॉपी के हर पेज पर रोलनंबर और कॉपी की कोडिंग लिखना अनिवार्य कर दिया है. कॉपी के हर पृष्ठ पर जब परीक्षार्थी अपने से रोलनंबर और कॉपी कोड लिखेगा तो भविष्य में कॉपी बदले जाने की शिकायत पर बोर्ड उसकी हैंड राइटिंग का मिलान कर सकेगा. इससे मेधावी छात्रों की कॉपी बदलकर दूसरे का रोलनंबर लिखकर फर्जीवाड़ा करना मुश्किल होगा.