उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का हुआ रोड एक्सीडेंट, दो की मौत, पीड़िता की हालत नाजुक
उन्नाव में दुष्कर्म की शिकार युवती कल रविवार को रायबरेली में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई है. किशोरी अपने वकील और परिवार के सदस्यों के साथ चाचा से मिलने रायबरेली जेल जा रही थी.

किशोरी के परिवार वालों ने बताया कि किशोरी और उसकी चाची अपने वकील महेंद्र सिंह के साथ सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करने के लिए कागजात तैयार कराने के लिए रायबरेली जेल जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही एक अनजान ट्रक ने उनको एक जोरदार टक्कर मार दी जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पीड़िता और उनके वकील महेंद्र सिंह चौहान की हालत नाजुक बनी हुई है.
दुष्कर्म पीड़िता का लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज चल रहा है. उसकी हालत खतरे में हैं. एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता और उनका वकील लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं.
दरअसल किशोरी के चाचा रायबरेली जेल में बंद हैं. उनपर विधायक के छोटे भाई जयदीप सिंह उर्फ अतुल सिंह सेंगर पर जानलेवा हमले में 10 साल की सजा हुई है. न्यायालय ने नवंबर 2018 को किशोरी के चाचा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. 20 नवंबर को माखी थाना पुलिस ने किशोरी के चाचा को उसके दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार किया था. पहले उन्हे उन्नाव जेल में न्यायिक हिरासत में रखा गया बाद में रायबरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया था.
इस सड़क दुर्घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. क्युकी जिस ट्रक से पीड़िता की गाड़ी की टक्कर हुई उसके नंबर प्लेट पर काला ग्रीस लगा था. दूसरी तरफ पीड़ित और उसके परिवार को दो गनर और चार महिला कांस्टेबल सुरक्षा के लिए मिले थे. जिसमें एक गनर और दो महिला कांस्टेबल किशोरी की सुरक्षा के लिए और एक गनर और दो महिला कांस्टेबल घर की सुरक्षा में लगाए गए हैं. मगर रायबरेली जाते वक्त उनके साथ कोई सुरक्षाकर्मी नहीं गया था.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि जांच से पता चलता है कि ये पूरी तरह से एक ट्रक के कारण दुर्घटना थी. ट्रक ड्राइवर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया हैं. उनसे पूछताछ जारी है. हम निष्पक्ष जांच कर रहे हैं. इसके बाद भी यदि पीडि़त परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग करता है, तो हम मामले को भी सीबीआई को सौंप देंगे.