उमा भारती के गले लगकर फूंट-फूंटकर रोईं साध्वी प्रज्ञा, कहा- नाराज नहीं होते
एक तरफ लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का चुनाव हो रहा था तो दूसरी तरफ एक नया किस्सा देखने को मिला. आपको याद होगा की इधर दो दिन से बीजेपी की उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा के बीच कहा सुनी हो गई थी. मगर आज जो हुआ उसने सबको हैरान कर दिया.

आज सोमवार को साध्वी प्रज्ञा अपने चुनाव प्रचार के लिए निकलीं पर पहले वे उमा भारती के आवास पर उनसे मिलने पहुँच गईं. जैसे ही साध्वी उमा से मिलीं तुरंत उनको गले लगा लिया और भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगी. इसके बाद उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा के आंसू पोछे फिर पैर छुए. और टीका करके उन्हें खीर खिलाई. साथ ही उमा ने आश्वासन दिया कि वे साध्वी के लिए प्रचार करेंगी.
उमा भारती ने कहा कि मैं साध्वी प्रज्ञा का बहुत सम्मान करती हूं, क्योंकि मैंने उनके ऊपर हुए अत्याचार देखे हैं. इस मायने में वो पूज्यनीय हैं और मैं उनके लिए चुनाव प्रचार करूंगी. वहीं, उमा से मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने कहा- साधु-संन्यासी कभी एक-दूसरे से नाराज नहीं होते हैं. मैं उनसे मिलने आई हूं और हम दोनों के बीच हमेशा से आत्मीय संबंध रहे हैं, बाकी बातें राजनीतिक प्रपंच के लिए बना ली जाती हैं.

दरअसल ये कहा-सुनी शनिवार से शुरू हुई थी जब कटनी में उमा से पत्रकारों ने पूछ लिया था कि मध्यप्रदेश में क्या आपकी जगह साध्वी प्रज्ञा ले चुकी हैं. इस पर उमा ने कहा था, प्रज्ञा महान संत हैं और मेरी उनसे तुलना मत कीजिए. मैं एक साधारण और मूर्ख प्राणी हूं. इसके बाद साध्वी ने उमा के बयान पर कहा था कि मैं उमा जी से कहना चाहती हूं कि वे मेरा इतना सम्मान न करें. आप मुझसे बड़ी और सम्मानीय हैं.
बतादें इस बार मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती चुनाव नहीं लड़ रहीं हैं. और बीजेपी ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से साध्वी प्रज्ञा को अपना उम्मीदवार बना दिया है. इसी को लेकर मीडिया ने सवाल पूछ लिए था. जिसके बाद इतना बवाल हो गया.