अबकी बार आलू बदलेगा सरकार : Akhilesh Yadav

अबकी बार आलू बदलेगा सरकार ! दोस्तों अब तक आपने प्याज से सरकारें बदलते देखा होगा….लेकिन इस बार आलू को ये मौका मिला है ….ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, … ऐसा कहना है सपा मुखिया अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) का !

दरअसल आलू के उचित दाम न मिलने से आलू किसान बहुत परेशान चाल रहे थे …इनकी समस्या को समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) लगतार उठा रही थी और मांग कर रही कि सरकार इन किसानों से आलू खरीद ले…सरकार ने मांग सुन भी ली… घोषणा की गई कि आलू किसानों की समस्या को देखते हुए उनसे आलू खरीदे जाएँगे …… लेकिन आलू की कीमत लगी ₹650 प्रति कुंतल ..!
यानि सिर्फ 6 rs प्रति किलो…. इसके लिए बरेली, उन्नाव, एटा, मैनपुरी ,फर्रुखाबाद समेत 7 जिलों को चुना गया है,जहां आलू खरीद के लिए क्रय केंद्र बनाए जाएंगे।
वही अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने इस फैसले को लेकर योगी सरकार को घेर लिया है …. भाजपा सरकार में उप्र के आलू उत्पादक किसानों की 6 समस्याएं अखिलेश (Akhilesh Yadav ) ने गिना दी हैं … जैसे
-आलू की लागत का लगातार बढ़ते जाना
-कम दाम मिलने से लागत निकालना भी मुश्किल
-भंडारण के लिए टोकन न मिलना
-कोल्ड स्टोरेज के बाहर रातें बिताना
-एमएसपी की माँग का भाजपा सरकार द्वारा लगातार ठुकराना !
उनका कहना है कि आलू की फसल से किसानों की लागत तक नहीं निकल रही है……ऐसे में भाजपा सरकार का एमएसपी की मांग को ठुकराना किसानों की समस्या बढ़ाने वाला है… अब समस्या बढेगी तो यही किसान सरकार भी बदल देंगे !

समज्वादी पार्टी ( Samajwadi Party ) के पेज से ट्वीट किया गया- “सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली बीजेपी की सरकारों में वोट तो दलित और पिछड़ा वर्ग से लिया जाता है लेकिन प्रतिनिधत्व सिर्फ उच्च सवर्ग वर्ग को ही दिया जाता है। BJP दलित पिछड़ा से वोट तो लेती है लेकिन अधिकार और नेतृत्व नहीं देती है। दलित पिछड़ा विरोधी BJP की सोच सामने है। चुनाव के वक्त दलितों पिछड़ों को सब्जबाग दिखाए जाते हैं। चुनावी नारों में सबके साथ सबके विकास की बात होती है। “
वही इसपर RLD के जायत सिंह भी बोल पड़े हैं – ” उत्तर प्रदेश सरकार को आलू के किसानों के हित में लाभकारी समर्थन मूल्य घोषित करना चाहिए”

इसी तरह सपा नेता शिवपाल यादव ( Shivpal yadav ) ने भी ट्वीट करके सरकार पर निशानास साधा है ….. उन्होंने लिखा है – “सरकार का 650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से आलू खरीदने का फरमान, नाकाफी है श्रीमान ! 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बीज खरीदने वाले किसान के लिए यह समर्थन मूल्य मजाक है। सरकार को न्यूनतम 1500 रुपये प्रति पैकेट की दर से आलू की खरीद करनी चाहिए। शिवपाल ने कहा कि कम से कम लागत तो दे दो सरकार !”

अब आलू किसकी सरकार बनेगा और किसकी गिराएगा ये तो वक़्त ही बताएगा….लेकिन आलू ने किसानों की मेहनत पर पानी ज़रूर फेर दिया है !