सपा नेताओं ने विधानसभा में किया हंगामा, अखिलेश बोले – ‘प्रदेश की जातीय जनगणना से मतलब नहीं’
यूपी विधानसभा ( UP Vidhansabha ) के पहले दिन वही हुआ जिसकी उम्मीद पहले से लगाईं जा रही थी ..तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा ( UP Vidhansabha ) बजट सत्र के पहला दिन की शुरुआत कितनी हंगामेदार हुई…..समाजवादी पार्टी ( Samjawadi party ) के विधायकों ने सत्र शुरू होते ही प्रोटेस्ट शुरू कर दिया …और राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगने लगे …..दरअसल सपा नेताओं का प्रदर्शन विधानसभा के बाहर से ही शुरू होगा था ….. विधायक तख्तियां लेकर धरने पर बैठ गए ,,,अखिलेश यादव भी विधानसभा पहुचे और पार्टी का सपोर्ट किया ! सड़क से लेकर सदन तक समज्वादी पार्टी ( Samjawadi party ) का प्रदर्शन चलता रहा !
वहीँ शिवपाल यादव की नेतृत्व में विधायक परिसर में भी हाय-हाय के नारे लगाते हुए धरने पर बैठे …….इस दौरान विधायकों की पुलिस और वहां मौजूद मार्शलों से नोकझोंक भी हो गई.. इसके बाद जैसे ही राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपना अभिभाषण शुरू किया तो सपा ( Samjawadi party ) और RLD विधायक ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाए हुए वेल पर आ गए… हंगामा करते हुए नारे लगे …संविधान विरोधी सरकार नहीं चलेगी, ये जनता का पैसा खाते है /…..घपलेबाज सरकार चलाते हैं…..लेकिन राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ती रहीं।
दरअसल सपा ने उत्तर प्रदेश सरकार को जनता के काई मुद्दों को लेकर घेरा …. आसमान छूती महंगाई हो ,…. या बेरोज़गारी, भर्तियों में हो रही धांधली, किसानों की दुर्दशा…, उप्र की क़ानून-व्यवस्था …कानपूर कांड, सरकार की बुलडोज़र कार्यवाही पर सवाल उठाए …तो वहीँ जातिगत जनगणना करने की भी मांग की !
अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) जब विधानसभा पहुचे तो मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी को उन्होंने दुसरे प्रदेश का बता दिया ….वो बोले , “डबल इंजन की सरकार है, हम याद दिलाते हैं कि वो सबका साथ, सबका विकास कहते हैं.. ये जातीय जनगणना से संभव है। मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेश के हैं, उन्हें जातीय जनगणना से कोई मतलब नहीं…., सपने कितने बड़े दिखा रहे हो। लेकिन सड़क देखिए, पेड़ पौधे देख लिगिये…सब पेड़ सूख गए। जो जैसा पहले था, वैसा दिख रहा है। ये सरकार सब बर्बाद कर रही है।”
उधर सिएम योगी ने कहा, “हम चाहते हैं कि सदन शांतिपूर्ण तरीके से चले। सभी मुद्दों और सभी विषयों पर चर्चा हो। किसी भी तरह का हंगामा करना ठीक नहीं है।”
बता दें उत्तर प्रदेश विधानसभा का साल 2023 का यह पहला सत्र है. सत्र 10 मार्च तक चेलगा . सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट आगामी 22 फरवरी को विधानसभा में पेश करेगी.