अखिलेश से अलग हुई ‘निषाद पार्टी’ बीजेपी में हुई शामिल, उधर सपा ने उतारा नया उम्मीदवार-
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक बड़ा झटका लगा है. निषाद पार्टी सपा के गठबंधन में शामिल तो हुई थी पर शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ कि निषाद पार्टी ने एकदम से पलटी मार ली और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर एनडीए में शामिल हो गई.

निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने लोकसभा चुनाव प्रभारी जेपी नड्डा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल से मुलाकात की. इसके बाद संजय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी भेंट की. और बीजेपी में शामिल हो गए. बतादें संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद गोरखपुर से सपा के सांसद हैं. कहा जा रहा है कि निषाद पार्टी को गोरखपुर, घोसी, भदोही या जौनपुर लोकसभा सीट में से एक-दो मिल सकती हैं.
बीजेपी में शामिल होने के बाद डॉ. संजय निषाद ने शुक्रवार को कहा सपा-बसपा के गठबंधन में हम गए थे लेकिन हमें लगा कि धोखा हो गया. अखिलेश यादव ने हमें सम्मान ही नहीं दिया और बैनर-पोस्टर में हमारा कहीं नाम नहीं दिया गया. पहले ही दिन से हमें लगा कि सामान्य स्थिति नहीं है और कहीं न कहीं हमें मिटाने की साजिश हो रही है.
निषाद पार्टी का सपा-बसपा गठबंधन में सीटों को लेकर भी पेंच फंसा. सपा गोरखपुर सीट पर प्रवीण को सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ाने को तैयार थी मगर संजय निषाद महराजगंज सीट भी अपने सिंबल पर लडऩे की मांग कर रहे थे. जिसमें सपा तैयार नहीं हुई और संजय निषाद खफा हो गए.
वहीं आज शनिवार को सपा ने गोरखपुर से रामभुआल निषाद को नया उम्मीदवार घोषित कर दिया है. और राम कुमार कानपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार होंगे. अब देखा जाये तो संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद गोरखपुर से सपा के सांसद नहीं रहेंगे.