संसदीय दल की नेता बनीं ‘सोनिया गाँधी’, राहुल बोले- बीजेपी से ‘इंच-इंच’ की लड़ाई लड़ेंगे
संसद भवन में आज शनिवार को कांग्रेस के 52 नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक हुई. बैठक के शुरू होते ही कुछ ही देर में सोनिया गांधी को दोबारा पार्टी के संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है.

इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गाँधी ने अपने 12 करोड़ वोटरों का कांग्रेस पर भरोसा जताने के लिए शुक्रिया अदा किया. वहीं राहुल ने कहा कि हर कांग्रेस सदस्य संविधान और बिना भेदभाव के भारत के हर नागरिक के लिए लड़ता रहेगा. हमें आक्रामक बने रहना है. हम 52 सांसद निर्वाचित होकर आए हैं और हम सभी 52 सांसद देश के लिए भाजपा से इंच-इंच की लड़ाई लड़ेंगे.
इससे पहले संसदीय दल का नेता चुने जाने पर सोनिया ने राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा कि राहुल दूरदर्शी नेता हैं. उन्होंने राहुल के नेतृत्व और आक्रामक तेवर की भी तारीफ की है.
वहीं दूसरी तरफ राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटें हारने के बाद राहुल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से नाराज बताए जा रहे हैं. दोनों नेता दिल्ली में तीन दिन तक राहुल से मिलने की कोशिश करते रहे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें मुलाकात का वक्त नहीं दिया.
उधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की अमेठी की परंपरगत सीट से उनके हार के कारणों का पता लगाने के लिए 30 मई को दो सदस्यीय दल गठित किया गया है. उन्हें तत्काल अमेठी जाने और हार के कारणों का पता लगाने को कहा गया है. दल के दोनों सदस्य के एल शर्मा तथा जुबेर खान ने शुक्रवार को जिला कांग्रेस समिति के कई नेताओं से इस संबंध में मुलाकात भी की है. टीम के सदस्य अमेठी लोकसभा क्षेत्र के सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों में जाकर कांग्रेस नेताओं से बातचीत करेंगे.
543 सदस्यों वाली लोकसभा में कांग्रेस के 52 सांसद हैं. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए 55 सदस्यों की जरूरत होती है. इस हिसाब से देखें तो कांग्रेस के पास इस पद के लिए तीन सांसदों की कमी है. वहीं 17वीं लोकसभा (17th Lok Sabha) का पहला सत्र 17 जून से शुरू हो रहा है जो 26 जुलाई तक चलेगा. नई सरकार पांच जुलाई को अपना बजट पेश करेगी.