UP के सोनभद्र में खूनी संघर्ष, 10 लोगों की निर्मम हत्या, 20 घायल, CM योगी ने दिया सख़्त निर्देश
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बुधवार को दिल दहला देने वाली घटना घटी. जो भी उस वक्त वहां मौजूद था उसकी रूह कांप गई. जब एक जमीन विवाद को लेकर कत्लेआम हो गए. और मौके पर ही 10 लोगों की मौत गई.

ये घटना सोनभद्र जिले के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के मूर्तिया गांव की है. जहाँ जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ. धीरे धीरे बवाल बढ़ा तो लोगों ने असलहे से फायरिंग करनी शुरू कर दी और कुछ लोग गड़ासा से आपस में एक दूसरे को कांटने लगे और फिर ये बवाल खूनी हिंसा में बदल गया. इस दौरान वारदात में 10 लोगों की मौत गई. जिसमें 20 लोग घायल हुए जबकि 5 की हालत गंभीर है.
दरअसल वहां का ग्राम प्रधान जमीन पर कब्जा करने के लिए पूरी तैयारी से आया था. ट्रैक्टर पर सवार सैकड़ों लोगों के हाथों में लाठी-डंडे, गड़ासा था. वहीं बोलेरो में सवार लोगों के पास आठ से अधिक राइफलें थीं. मगर जब गांव वालों ने ग्राम प्रधान का विरोध किया तो ग्राम प्रधान ने मारपीट शुरू कर दी. बस इतने में ही बोलेरो पर सवार हमलावरों ने आधे घंटे तक आठ राइफल से लगभग 26 राउंड गोली चलाकर कुछ ही देर में दस लोगों को ढ़ेर कर दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओपी सिंह को मामले पर नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है. डीजीपी ने बताया कि ग्राम प्रधान यज्ञवत घुर्तिया ने दो साल पहले उम्भा गांव में 90 बीघा जमीन खरीदी थी. और बुधवार सुबह प्रधान घुर्तिया उसी जमीन पर कब्जा करने के लिए कई लोगों को ट्रैक्टर ट्राली से लेकर गांव पहुंचा था.
मगर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो उसने धारदार हथियारों से ग्रामीणों पर हमला कर दिया जिसमें दस लोगों की मौत हुई है. मृतकों में तीन महिलाएं और 6 पुरुष शामिल हैं. घायलों को रॉबर्ट्सगंज जिला अस्पताल और पीएचसी घोरावल में भर्ती करवाया गया है. वहीँ इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गांव में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
मृतकों की सूची:-
- रामचंदर (50) पुत्र लालशाह
- राजेश गौड़ (28) पुत्र गोविंद
- अशोक (30) पुत्र नन्हकू
- रामधारी (60) पुत्र हीरा शाह
- प्रभावती (45) पत्नी नंदलाल
- दुर्गावती (42) पत्नी रंगीला लाल
- राम सुंदर (50) पुत्र तेजा सिंह
- जवाहिर (48) पुत्र जयकरन
- सुखवन्ती (40) रामनाथ
- आशोक गोंड (35) पुत्र हरिवंश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना के पीड़ितों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही सोनभद्र जिलाधिकारी से गांव वालों को पट्टे क्यों नहीं दिए गए, इस पर भी रिपोर्ट देने के लिए कहा है. साथ ही घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए सोनभद्र के डीएम को निर्देश दिया है.
इस घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पराधियों के आगे नतमस्तक भाजपा सरकार में एक और नरसंहार. सोनभद्र में भू-माफियाओं द्वारा ज़मीन विवाद के अंदर 9 लोगों की हत्या दहशत एवं दमन का प्रतीक, सभी मृतकों के परिवारों को 20-20 लाख रुपए मुआवज़ा दे दोषियों पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई करे सरकार.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मैं चुनाव में जो कहता था वही आज भी यू॰पी॰ में हो रहा है. जनता पुलिस को ‘ठोक’ रही है और पुलिस जनता को ‘ठोक’ रही है. सोनभद्र का कांड पूरे प्रदेश की हालत बता रहा है. भाजपा सरकार को ये समझना चाहिए. अगर सामाजिक अस्थिरता रही तो आर्थिक स्थिरता नामुमकिन है.
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी बीजेपी पर तंज कस्ते हुए ट्वीट किया कि भाजपा-राज में अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि दिन-दहाड़े हत्याओं का दौर जारी है. सोनभद्र के उम्भा गाँव में भू माफियाओं द्वारा 3 महिलाओं सहित 9 गोंड आदिवासियों की सरेआम हत्या ने दिल दहला दिया है. प्रशासन-प्रदेश मुखिया-मंत्री सब सो रहे हैं. क्या ऐसे बनेगा अपराध मुक्त प्रदेश?