लखनऊ समेत कई शहरों में पल रहे हैं आतंकवादी, कहीं आपके शहर में तो नहीं, खुद देख लें-
देश पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है. वहीं दूसरी तरफ देश में बैठे कुछ लोग आतंकवाद के सपोर्ट में नारे लगा रहे हैं. आतंकियों के लिए दुवाएं मांग रहे हैं. ऐसे देश द्रोहियों के साथ क्या करना चाहिए.

बेंगलुरु में एक महिला शिक्षक जिलेखा बी को कथिततौर पर पाकिस्तान की तारीफ करने के आरोप में शनिवार रात गिरफ्तार किया गया. उसने सोशल मीडिया पर लिखा- पाकिस्तान की जय हो.
बेंगलुरु के ही सिटी कॉलेज में पढ़ने वाले एक कश्मीरी छात्र ताहिर लतीफ ने भी जैश के आतंकी आदिल अहमद डार की तारीफ की थी. सोशल नेटवर्किंग साइट पर उसने आदिल की तस्वीर शहीद जवानों के साथ पोस्ट की थी. जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.

एक अन्य कश्मीरी युवक आबिद मलिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसने फेसबुक पोस्ट में पुलवामा हमले को “रियल सर्जिकल अटैक’ बताया था. शिकायत के बाद फेसबुक ने उसका अकाउंट डिलीट कर दिया है.
चिटकारा विश्वविद्यालय से शनिवार रात गिरफ्तार किए गए कश्मीरी छात्र को रविवार को 28 फरवरी तक जेल भेज दिया गया. उसके साथ रहने वाले दो अन्य कश्मीरी छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. तहसीन ने आतंकी के लिए लिखा था- अल्लाह आपको सलामत रखे.
जयपुर ग्रामीण के चंदवाजी थाना क्षेत्र स्थित एक निजी विश्वविद्यालय की चार कश्मीरी छात्राओं द्वारा पुलवामा में आतंकी हमले के ‘जश्न’ का संदेश व्हाट्सअप पर वायरल करने पर उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने चारों छात्राओं को कॉलेज और हॉस्टल से निलंबित कर दिया था. आरोप है कि ये छात्राएं पुलवामा हमले का जश्न मना रही थीं और मैसेजिंग ऐप पर देश विरोधी मैसेज भेज रही थीं. इन चारों के नाम बीएससी (ओटी) द्वितीय वर्ष की तलवीन मंजूर, जोहरा नजीर, बीफार्मा की द्वितीय वर्ष की इकरा, और बीएससी (आरआईटी) की द्वितीय वर्ष की उजमा नजीर है.
लखनऊ में केकेसी के एक छात्र ने भी शहीद जवानों के लिए सोशल मीडिया व्हाट्सअप पर गलत और विवादित शब्दों का प्रयोग किया था. जिसके बाद पुलिस ने उसे देशद्रोह के केस में गिरफ्तार कर लिया.

देश में दिन पर दिन ऐसी ही ख़बरें सामने आ रही हैं. आखिर इन सबके मन में देश के प्रति विरोध कैसे आया. आखिर कौन इन सबके दिमाग में ये सब बातें भर रहा है. या आतंकी सरगना मसूद अज़हर कोई बड़े हमले के लिए इन जैसे लोगों को तैयार कर रहा है. सबके मन में कुछ ऐसे ही सवाल खड़े हो रहे हैं.