शिवपाल यादव का यूपी सरकार और मायावती पर बड़ा हमला
सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव (Akhilesh yadav ) और चाचा शिवपाल यादव ( Shivpal Yadav ) के बीच रिश्तों में आई गर्माहट के बाद ऐसा लगने लगा है कि अब उत्तर प्रदेश में सियासी हवा का रुख भी बदलने लगा है। रिश्तों में सुधार के बाद शिवपाल यादव ( Shivpal Yadav ) के बयान को यूपी में राजनीतिक हवा बदलने का संकेत माना जा सकता है।
दरअसल नए साल के मौके पर इटावा में अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से मिलकर शिवपाल सिंह ( Shivpal Yadav ) ने सभी को नए साल की शुभकामना दी। इस दौरान उन्होंने सरकार को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा की समाजवादी आरक्षण बचाने के लिए सरकार के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करेंगे। आरक्षण के मसले पर सरकार ने जो आयोग अब बनाया है उसको पहले ही बना कर सही आरक्षण लागू करके समय से चुनाव कराना चाहिए था। हकीकत यह है कि बीजेपी सरकार ओबीसी वर्ग का आरक्षण खत्म करना चाह रही है। शिवपाल ( Shivpal Yadav ) ने यह भी साफ़ कर दिया कि अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ वो खड़े हैं, अपने लोगों पर हो रहे उत्पीड़न वो बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने राहुल गाँधी ( Rahul Gandhi ) की भारत जोड़ो यात्रा ( Bharat Jodo Yatra ) की भी तारीफ करते हुए कहा कि राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा निकालकर अच्छा काम किया है. अब उनके इस बयान कि काफी चर्चा हो रही है। हालाँकि पार्टी यात्रा में शामिल होगी या नहीं, इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा है, पर यह ज़रूर कहा कि आगे सपा प्रमुख का जो आदेश होगा, हम उसपर काम करेंगे। अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि 2024 में पार्टी जो जिम्मेदारी सौंपेगी उसको ईमानदारी से निभाएंगे और भाजपा को हारने के लिए काम किया जाएगा !
शिवापल से जब मायावती ( Mayawati ) पर सवाल किया गया तो उन्होंने तंज कस्ते हुए कहा कि ये सबको पता है मायावती किससे मिली है , किसके लिए काम करती है पूरा प्रदेश जान चुका है अब उनकी बातो में कोई आने वाला नही है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में 762 नगरीय निकायों में चुनाव होने थे। इन नगरीय निकायों का कार्यकाल 12 दिसंबर से 19 जनवरी 2023 के बीच खत्म होना है। इन में चुनाव के लिए सरकार ने ओबीसी कोटे का ड्राफ्ट भी जारी कर दिया था, जिसे हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया है और बिना आरक्षण के ही चुनाव करवाने का आदेश दिया है।