शिवपाल ने मायावती पर दागे सवाल, अखिलेश के पास भी नहीं हैं इसके जवाब
चुनावी माहौल चल रहा है. हर पार्टी जनता को रिझाने के लिए रैलियां कर रही हैं. वहीं अखिलेश यादव के चाचा व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार से रैलियां शुरू कर दी हैं. उन्होंने समाजवादी पार्टी के गढ़ से ही लोकसभा चुनाव की ताकत दिखाई है.

रैली में शिवपाल ने मायावती पर तीखा प्रहार करते हुए बोले कि ये टिकट बेचने वाले लोग हैं, उनका कोई भरोसा नहीं है. बीजेपी के लोगों के साथ रक्षाबंधन कौन मनाता है. तीन बार बीजेपी की मदद से मुख्यमंत्री कौन बना है. शिवपाल ने कहा कि बहन जी ने मुझ पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. लेकिन जब मैं नार्कों टेस्ट के लिए तैयार हुआ तो बहन जी पीछे हट गईं. उनको डर था की कहीं उनका झूठ पकड़ा न जाये.
शिवपाल ने सपा और बसपा के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने नेता जी मुलायम सिंह यादव को गाली दी, सपा को गुंडों वाली पार्टी बताया, आज उन्हीं के साथ सपा अध्यक्ष ने हाथ मिला लिया है. साथ ही शिवपाल ने पारिवारिक विवाद और सपा से अलग होने के दर्द को इशारों में बयां कर किया. बीजेपी पर झूठे वादों से जनता को छलने वाली पार्टी बताया.
शिवपाल ने किया था ऐलान
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से अभी हमारी इसको लेकर बात तो नहीं हुई है, लेकिन कांग्रेस हमसे गठबंधन के लिए संपर्क करेगी तो हम बिल्कुल तैयार हैं. वहीं पहले शिवपाल सिंह यादव ने ये भी कहा कि वो सपा-बसपा गठबंधन में भी शामिल होने के लिए तैयार हैं, मगर इसके लिए उन्हें सम्मानजनक सीटें मिलनी चाहिए. चाचा शिवपाल ने कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस के बाद अपना पक्ष रखा.
अकेले फंसी कांग्रेस
कांग्रेस नेता चिदंबरम का मानना है की चुनाव नज़दीक आते-आते शायद सपा-बसपा अपने गठबंधन में कांग्रेस को शामिल कर सकती है. अब ऐसे में कांग्रेस के पास सारे रास्ते बंद हैं. शिवपाल ने अपने दरवाजे खोल रखे हैं. अगर कांग्रेस शिवपाल के साथ गठबंधन कर लेती है तो कांग्रेस के नेता चिदंबरम की उम्मीदों पर पानी फिर जायेगा. अब ऐसे में कांग्रेस करे तो क्या करे.