स्वामी प्रसाद मौर्या के इस बयान पर भड़के शिवपाल, पार्टी ने भी किया किनारा
समाजवादी पार्टी ने अपने नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ( Swami Prasad Maurya ) के बयान ने पल्ला झाड लिया है ! साफ़ शब्दों में कह दिया कि मौर्य ने श्री रामचरित्र मानस पर जो बयान दिया …, पार्टी उसके लिए ज़िम्मेदार नहीं है ।
इटावा में एक कार्यक्रम के दौरान सपा के वरिष्ट नेता शिवपाल यादव ( Shivpal Yadav ) मौजूद थे…उनसे जब स्वामी प्रसाद मौर्या ( Swami Prasad Maurya ) के विवादित बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने भी उनके बयान का समर्थन करने से इनकार कर दिया .. बोले मौर्या का बयान उनका व्यक्तिगत बयान है … हम तो भगवन राम के आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं .. उनका बयान पार्टी का बयान नहीं है “
दरअसल इटावा में सपा प्रवक्ता मीडिया से मुखातिब हुए ..प्रदेश मीडिया प्रवक्ता अशोक यादव ने कहा रामचरित मानस का पाठ समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता करता है …! पार्टी सभी धार्मिक ग्रंथों का सम्मान करती है …चाहे वो कुरान, बाइबल, गुरु ग्रंथ साहिब हो या हिंदू धर्म से जुड़े हुआ कोई भी ग्रथ । अशोक यादव ने मौर्या के साथ साथ सपा के एक और नेता शफीकुर रहमान बर्क को भी निशानी पर लिया … । बोले रहमान भी बहुत कुछ बोलते रहते हैं लेकिन उनके किसी भी बयान के लिए पार्टी ज़िम्मेदार नहीं होगी …पार्टी का इनसे कोई लेना देना नहीं है! अगर इनका पार्टी से कोई लेना देना होता तो फिर पार्टी के प्रवक्ताओं का क्या काम है?… पार्टी और राष्ट्रीय अध्यक्ष की जो सोच है.. उनके ख्याल है,.. हम लोगों के माध्यम से ही सामने आएँग ।
बता दें रामचरितमानस पर बिहार के एक मंत्री ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी ….इसके बाद सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ( Swami Prasad Maurya ) का भी बयान आया …मौर्या बोले रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था… करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते… इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए …बयान पर बवाल होने के बाद सपा ने तमाम नेताओं ने उनको खूब विरोध किया और पार्टी ने भी किनारा कर लिया ।