समाजवादी पार्टी 8 सीटों पर सपा ने घोषित किए मेयर कैंडिडेट

समाजवादी पार्टी ( Samjwadi party ) ने उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव ( Nagar Nikay Chunav ) के लिए मेयर की आठ सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का एयलान कर दिया है…. सपा ( Samjwadi party ) के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्र जारी किया है, जिसमें लखनऊ, गोरखपुर और अयोध्या समेत आठ सीटों पर मेयर प्रत्याशियों के नाम हैं !

सपा की लिस्ट के 8 नाम

इस लिस्ट में पहला नाम लखनऊ ( Lucknow ) से बन्दना मिश्र का है । लखनऊ ( Lucknow ) में ब्राह्मण कमुनिटी का ध्यान रखते हुए वंदना मिश्र को उम्मेदवार बना दिया है …दुसरे नंबर पर गोरखपुर से काजल निषाद का नाम है । गोरखपुर में निषाद समुदाय अहम भूमिका में हैं ! तीसरे नंबर पर इलाहाबाद से अजय श्रीवास्तव का नाम है,….चौथे नंबर पर झाँसी से पहले रघुवीर चौधरी का नाम दिया गया था लेकिन अब उनका नाम निरस्त करके सतीश जतारिया को टिकट देदिया गया ।

दोस्तों सतीश दलित समुदाए से आते हैं और झाँसी में बड़ी संख्या में दलित मतदाता हैं ! पांचवे नंबर पर मेरठ से सीमा प्रधान का नाम है। मेरठ में गुर्जर समुदाय अहम भूमिका में हैं, जिसे देखते हुए सपा ने गुर्जर समुदाय से आने वाली सीमा प्रधान पर दांव खेला है । छठे नंबर पर शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा का नाम है…शाहजहांपुर नगर निगम पहली बार बनी है और यहां कुर्मी मतदाता अच्छी खासी संख्या में है. ऐसे में सपा ने कुर्मी समुदाय से आने वाली अर्चना वर्मा को उतारा है। वही फिरोजबाद में मुस्लिम मतदाता अच्छी खासी संख्या में हैं, जिसके चलते ही सातवें नंबर पर फिरोजाबाद से मशरूर फातिमा को उतारा गया है !

अयोध्या सीट पर ब्राह्मण चेहरे पर दाव

यूपी की हाई-प्रोफाइल सीटों में से एक अयोध्या नगर निगम ( Nagar Nikay Chunav ) के लिए इस लिस्ट में सपा ने आशीष पांडे को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है. अयोध्या मेयर सीट का चुनाव न सिर्फ बीजेपी बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adhityanath ) के लिए भी प्रतिष्ठा का चुनाव है इसलिए सपा की तरफ से एक ब्राह्मण उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है. यानि खुल मिला कर पार्टी ने 8 मेयर प्रत्याशी उतारे हैं, जिसमें 4 ओबीसी, 2 ब्राह्मण, एक कायस्थ, तीन पिछड़े और मुस्लिम-दलित एक-एक हैं…साथ में आठ में से पांच सीटों पर महिला मेयर कैंडिडेट उतारकर मज़बूत दांव खेला है !

जातीय समीकरण रक्खा है ध्यान

दोस्तों जिस तरह ने सपा ने इस बार अपने कैंडिडेट्स उतारे हैं उससे साफ़ है कि सपा इस बार भाजपा को न सिर्फ टक्कर देनी की प्लानिंग कर रही है बल्कि जीत का पर्चम लहरानी की भी रणनीति बना रही है । कैंडिडेट्स के सिलेक्शन में पार्टी ने जातीय समीकरण का ध्यान रखने के साथ साथ बड़े बड़े नेताओं के परिवार पर दांव लगाया है ताकि अपना मेयर बना सके… ! इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने पार्टी नेताओं और स्थानीय विधायकों से मेयर प्रत्याशियों को लेकर दिन भर मंथन किया. इसके बाद देर रात प्रत्याशियों का एलान किया गया है. इस बार राज्य में दो चरणों में स्थानीय चुनाव हो रहा है. अब चुनाव सपा की ये रणनीति कितनी काम आने वाली है ये चुनाव के दौरान साफ़ हो जाएगा !