राहुल का ऐलान, सरकार बनी तो गरीबों को देंगे ‘72,000 रुपये’ सालाना-
कहा जाता है की 2014 के लोकसभा चुनाव के समय पीएम मोदी ने सभी को 15-15 लाख देने का वादा किया था. मगर अभी तक किसी को चवन्नी तक नहीं मिली. ठीक उसी से मिलता जुलता वादा आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने जनता से कर दिया है.

सोमवार को कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक थी. और उसी बैठक में राहुल गाँधी ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है. उन्होंने एक नई योजना ‘न्यूनतम आय गारंटी’ योजना का ऐलान करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सरकार सत्ता में आती है, तो देश के सबसे गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपये तक मिलेंगे.
राहुल ने कहा कि देश के 5 करोड़ परिवार और करीब 25 करोड़ लोग इस फैसले से सीधे लाभार्थी होंगे. सभी हिसाब-किताब लगा लिया गया है और हम गरीबी को जड़ से मिटा देंगे.
राहुल ने कहा कि पूरी दुनिया में ऐसी कोई योजना नहीं है. देश के 20 फीसद सबसे गरीब परिवारों के खाते में 72 हजार रुपये तक प्रति साल भेजे जाएंगे, ताकि देश में गरीबी-अमीरी की खाई को पाटा जा सके. मोदी सबसे अमीर लोगों को पैसा दे सकते हैं तो कांग्रेस सबसे गरीब लोगों को पैसे देगी. मोदी किसानों को 6000 रु. सालाना दे रहे, लेकिन हम सबके साथ न्याय करेंगे. सरकार बनी तो यह स्कीम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाएंगे, फिर देशभर में लागू करेंगे.
अगर आपको 6 हज़ार रूपए महीने में मिलते हैं तो 6 हज़ार रुपये सरकार देगी. मतलब की कांग्रेस 12 हज़ार का रेशिओं लेकर चल रही है. की सबसे ग़रीब लोगों को 12 हज़ार रुपये महीने की इनकम कराएगी.
राहुल से इस ऐलान के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. जेटली ने कहा, “कांग्रेस की वजह से देश में गरीबी है. कांग्रेस ने सात दशकों तक देश को धोखा दिया है. योजनाओं के नाम पर कांग्रेस ने छलकपट किया है. कांग्रेस गरीबी हटाने के नाम पर राजनीति का व्यवसाय कर रही है.
साल 1971 में इंदिरा गांधी का तो मुख्य नारा था- गरीबी हटाओ लेकिन हुआ कुछ नहीं, उनकी नीति ही नहीं थी नौकरियां पैदा करने की. कांग्रेस की नीतियों की वजह से देश में गरीबी बरकरार रही है.