अखिलेश-माया से नहीं ‘चाचा शिवपाल’ के साथ गठबंधन करेगी कांग्रेस ?
लोकसभा चुनाव को देखते हुए यूपी की सियासत दिन पर दिन नया रंग लेती जा रही है. यूपी की लोकसभा सीटों को लेकर सपा-बसपा ने गठबंधन कर लिया है. लेकिन कांग्रेस को दोनों ने किनारे हटा दिया है. मगर अब कांग्रेस का हाथ थामने के लिए अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव तैयार दिख रहे हैं.

शिवपाल ने किया ऐलान
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से अभी हमारी इसको लेकर बात तो नहीं हुई है, लेकिन कांग्रेस हमसे गठबंधन के लिए संपर्क करेगी तो हम बिल्कुल तैयार हैं. वहीं पहले शिवपाल सिंह यादव ने ये भी कहा कि वो सपा-बसपा गठबंधन में भी शामिल होने के लिए तैयार हैं, मगर इसके लिए उन्हें सम्मानजनक सीटें मिलनी चाहिए. चाचा शिवपाल ने कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस के बाद अपना पक्ष रखा.
कांग्रेस अकेले लड़ेगी चुनाव
रविवार को कांग्रेस के यूपी प्रभारी व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की भाजपा की सीधी लड़ाई है. हम यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर पूरी क्षमता के साथ चुनाव लड़ेंगे और उसके आने वाले परिणाम से सबको चौंका देंगे. आजाद ने कहा कि यूपी में हमारे साथ कोई भी सेकुलर पार्टी आती है, जिसका मकसद भाजपा को हराना है तो हम उसका स्वागत करते हैं.
बीजेपी विरोधी दलों का स्वागत
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मोदी सवाल उठाते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया? हम उन्हें यही कहेंगे कि कांग्रेस ने ही महात्मा गांधी व पंडित नेहरू के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई लड़ी. छोटी-छोटी रियासतों में बंटे देश का एकीकरण किया. देश को एक धर्मनिरपेक्ष संविधान दिया और देश के हर तबके की बेहतरी के लिए काम किया.
2014 के लोकसभा चुनाव की स्थिति- कुल सीटें: 80
पार्टी सीटें वोट शेयर
भाजपा+ 73 42.6%
सपा 05 22.3%
बसपा 00 19.8%
कांग्रेस 02 7.5%
कांग्रेस के पास कोई वोटर्स नहीं है
कांग्रेस गठबंधन में नहीं है मायावती-अखिलेश यादव कोई भी कांग्रेस को अपने साथ शामिल करने के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस के बड़े नेता गुलाम नबी आज़ाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये ऐलान कर दिया है कि कांग्रेस पूरे 80 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. मगर कांग्रेस के पास कई चुनौतियाँ हैं. क्युकी अखिलेश माया के मिलने के बाद उनके पास लगभग 40% वोट बैंक है. वहीँ सत्ताधारी बीजेपी के पास लगभग 60 प्रतिशत वोट बैंक है. अब ऐसे में कांग्रेस के पास कोई वोटर्स नहीं हैं. कांग्रेस के पास सिर्फ दो ही सीटें हैं और वो भी खुद सोनिया और राहुल गाँधी की जिसपर वो चुनाव लड़ते हैं.
अकेले फंसी कांग्रेस
कांग्रेस नेता चिदंबरम का मानना है की चुनाव नज़दीक आते-आते शायद सपा-बसपा अपने गठबंधन में कांग्रेस को शामिल कर सकती है. अब ऐसे में कांग्रेस के पास सारे रास्ते बंद हैं. शिवपाल ने अपने दरवाजे खोल रखे हैं. अगर कांग्रेस शिवपाल के साथ गठबंधन कर लेती है तो कांग्रेस के नेता चिदंबरम की उम्मीदों पर पानी फिर जायेगा. अब ऐसे में कांग्रेस करे तो क्या करे.