30 नवंबर को जनसत्ता पार्टी बनाएंगे ‘राजाभैया’, चुनाव आयोग में किया आवेदन
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कुंडा के निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह ‘राजाभैया’ अब नए झंडे और नए एजेंडे के साथ मैदान में उतरने वाले हैं. सूत्रों की माने तो राजाभैया ने नई पार्टी के गठन के लिए चुनाव आयोग में आवेदन भी कर दिया है. बुधवार यानी आज राजा भैया अपना शपथपत्र जमा कर सकते हैं. सूत्रों ने ये भी बताया की राजाभैया जनसत्ता पार्टी के नाम से अपना नया दल बना सकते हैं.
कार्यकर्ताओं ने किया नई पार्टी का सर्वे
हालांकि राजाभैया की तरफ से अभी तक इस बात की औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. राजाभैया से जुड़े करीबी लोगों ने बताया कि 30 नवंबर को लखनऊ में आयोजित होने वाली रैली के दौरान ही राजाभैया अपनी नई पार्टी और पदाधिकारियों के नाम की घोषणा करेंगे. रघुराज प्रताप सिंह ‘राजाभैया’ 8वीं बार कुंडा से विधायक चुने गए हैं. नई पार्टी बनाने के लिए राजाभैया के कार्यकर्ताओं ने कवायद शुरू कर दी है, जनता के बीच जाकर नई पार्टी का सर्वे भी कर लिया है. राजा भैया के करीबी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने बताया कि नई पार्टी के गठन पर विचार चल रहा है. जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
माया सरकार में गए थे जेल
राजाभैया 1993 से कुंडा से निर्दलीय जीतते आ रहे हैं. राजाभैया का दबदबा इतना रहा है की वे बीजेपी और सपा दोनों सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चुके हैं. बीजेपी सरकार में राजाभैया 1997 में मंत्री बने थे. 2002 में बसपा सरकार में राजाभैया को जेल जाना पड़ा था. हुआ ये था की राजाभैया ने विधायक पूरन सिंह बुंदेला को धमकी दे दी थी जिसपर माया सरकार ने सख्ती दिखाते हुए राजाभैया को जेल भेज दिया था. 18 महीने बाद 2003 में सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव ने अपनी सरकार बनाते ही राजा भैया को जेल से रिहा करा लिया और अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया.