नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया अपना इस्तीफा, लिखी ये बात-
कांग्रेस के लिए पंजाब से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. शनिवार को चंडीगढ़ वापस आने के बाद उन्होंने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी है.

दरअसल सिद्धू ने 10 जून को ही राहुल गांधी को अपना त्याग पत्र भेज दिया था. मगर उसे आज ट्वीट कर सार्वजनिक किया है. सिद्धू ने एक ट्वीट कर कहा कि वे अपना इस्तीफा पंजाब के मुख्यमंत्री को भेज रहे हैं. बतादें कि लोकसभा चुनाव की सियासी उठापटक में पंजाब कांग्रेस और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच खटास आ गई थी.
और पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिद्धू से उनके खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराते हुए शहरी निकाय के साथ पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग वापस ले लिया था और सिद्धू को ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग का प्रभार सौंपा दिया था.
मगर उन्होंने मंत्री पद का कार्यभार ग्रहण नहीं किया था और न ही मीटिंग में शामिल हुए थे. उसके बाद से लगातार सिद्धू को लेकर नाराजगी की अटकलें लगाई जा रही थीं और इस्तीफा देने की भी अटकले लग रही थी. जिनपर विराम लगाते हुए रविवार को उन्होंने खुद अपने इस्तीफे की पेशकश को सार्वजनिक कर दिया है.
सिद्धू ने ट्वीट किया, “कांग्रेस अध्यक्ष से मिला. उन्हें अपना पत्र सौंपा, हालात से अवगत कराया.” उन्होंने ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी पोस्ट की थी, जिसमें वे राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा गांधी और अहमद पटेल के साथ खड़े दिखे.
Met the congress President, handed him my letter, appraised him of the situation ! pic.twitter.com/ZcLW0rr8r3
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) June 10, 2019
लोकसभा चुनाव में शहरी क्षेत्रों में कांग्र्रेस को हुए नुकसान के लिए मुख्यमंत्री ने सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया था. फिर सिद्धू ने भी मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा था कि जालंधर, अमृतसर, पटियाला लुधियाना जैसे शहरों में कांग्रेस के उम्मीदवारों की जीत हुई है. ऐसे ही लगातार बयानबाजी चलती रही और दूरियां बढ़ती गईं.
My letter to the Congress President Shri. Rahul Gandhi Ji, submitted on 10 June 2019. pic.twitter.com/WS3yYwmnPl
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 14, 2019
वैसे देखा जाए तो सिद्धू बहुत बड़े वाले दलबदलू हैं इनका भरोसा भी नहीं है. पहले कांग्रेस में थे तो कहते थे की मैं जन्म से कांग्रेसी हूँ. फिर बीजेपी में घुस गए तो वहां कहने लगे मेरे तो खून में ही बीजेपी है. जब बीजेपी ने लात मारी तो वे फिर से कांग्रेस में आ कर जन्म से कांग्रेसी हो गए. और इनके बयान तो ऐसे रहते हैं की ये जिस पार्टी में रहते हैं उस पार्टी को शर्मिंदा होना पड़ता है.